महिला सुरक्षा को लेकर कमिश्नरेट पुलिस का जागरूकता अभियान जारी, विभिन्न स्थानों पर महिलाओं को उनके अधिकारों की दी गई जानकारी
गौतमबुद्धनगर, 11 जून 2025
महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और जागरूकता को लेकर गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट लगातार प्रयासरत है। पुलिस कमिश्नर के निर्देश एवं डीसीपी महिला सुरक्षा और एडीसीपी महिला सुरक्षा के नेतृत्व में कमिश्नरेट के विभिन्न थानों की महिला बीट अधिकारियों ने आज महिला सुरक्षा को लेकर एक विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया।
महिला सुरक्षा को प्राथमिकता:
इस अभियान के तहत थाना क्षेत्रों की सोसायटियों, ग्रामीण इलाकों, लेबर कॉलोनियों और बाजारों में जाकर स्थानीय महिलाओं एवं किशोरियों से संवाद स्थापित किया गया। महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों, महिला सुरक्षा कानूनों, और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया गया, ताकि वे किसी भी प्रकार के अपराध या शोषण का शिकार होने पर अपनी आवाज उठा सकें।
जागरूकता अभियान की प्रमुख बातें:
महिला सुरक्षा टीम ने महिलाओं के साथ सीधे संवाद कर उन्हें कई महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी, जिनमें शामिल हैं:
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महिला सशक्तिकरण के अधिकार और उद्देश्य
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मिशन शक्ति अभियान की रूपरेखा और इससे मिलने वाले लाभ
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शुभ मंगल योजना, जो महिला कल्याण से जुड़ी एक विशेष सरकारी पहल है
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साइबर क्राइम और साइबर सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी
टीम ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले शोषण, धोखाधड़ी और साइबर ब्लैकमेलिंग जैसे अपराधों से कैसे बचा जा सकता है और किस प्रकार की सावधानियाँ अपनाई जानी चाहिए।
हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी:
महिला सुरक्षा टीम ने उपस्थित महिलाओं और बच्चियों को प्रिंटेड पंपलेट्स भी वितरित किए, जिनमें सभी जरूरी हेल्पलाइन नंबर्स का उल्लेख किया गया था:
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महिला हेल्पलाइन नंबर - 1090
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मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर - 1076
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साइबर हेल्पलाइन नंबर - 1930
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आपातकालीन सेवा - 112
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चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर - 1098
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वन स्टॉप सेंटर हेल्पलाइन नंबर - 181
इन नंबरों की उपयोगिता और तत्काल मदद पाने की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया गया। टीम ने बताया कि यह सभी सेवाएं 24 घंटे और नि:शुल्क उपलब्ध हैं, और इन पर दी गई जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है।
महिलाओं को दी गई प्रेरणा:
महिला बीट अधिकारियों ने महिलाओं को यह संदेश दिया कि समाज में बदलाव तब ही आएगा जब महिलाएं स्वयं अपने अधिकारों को समझेंगी और किसी भी अत्याचार या अपराध को चुपचाप सहने की बजाय उसका डटकर सामना करेंगी। उन्होंने कहा कि:
“अगर आपके साथ या आपके आस-पास किसी महिला या बच्ची के साथ कोई अनुचित व्यवहार हो रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें। आवाज उठाइए और तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करिए। पुलिस आपकी मदद के लिए हर समय तैयार है।”
टीम ने यह भी बताया कि कई बार महिलाएं डर या शर्म के कारण किसी अपराध की जानकारी नहीं देतीं, जिससे अपराधी और ज्यादा निडर हो जाते हैं। ऐसे में, उन्हें साहस दिखाते हुए सही कदम उठाने चाहिए।
मिशन शक्ति अभियान के तहत विस्तार:
‘मिशन शक्ति’ अभियान के अंतर्गत यह पहल की गई है ताकि हर महिला आत्मनिर्भर और सुरक्षित महसूस कर सके। इस अभियान में महिलाओं को ना केवल उनके अधिकार बताए जा रहे हैं, बल्कि उन्हें कानूनी सहायता, रोजगार के अवसर, स्वास्थ सेवाएं, और साइबर जागरूकता जैसे विषयों पर भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
यह अभियान पुलिस, प्रशासन, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के संयुक्त सहयोग से संचालित किया जा रहा है, जिससे जमीनी स्तर तक प्रभावी परिणाम मिल सकें।
जन सहयोग की अपील:
महिला सुरक्षा टीम ने क्षेत्रीय नागरिकों से अपील की कि वे इस प्रकार के जागरूकता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने आस-पास की महिलाओं को भी जागरूक करें। महिलाएं चाहे घर में हों, कार्यस्थल पर हों या किसी सार्वजनिक स्थान पर – उन्हें अपनी सुरक्षा और अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए।
टीम ने यह भी बताया कि आगे भी इसी तरह के अभियान पूरे जिले में निरंतर चलाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके।
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