गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा के इतिहास एवं सभ्यता विभाग द्वारा 11 अप्रैल 2025 को एक शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय का अवलोकन किया। इस यात्रा में सिंधु घाटी, बौद्ध कला, गुप्तकालीन मूर्तियाँ, पांडुलिपियाँ और जनजातीय संस्कृति जैसी ऐतिहासिक धरोहरों से विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को इतिहास से जोड़ना और उनकी आलोचनात्मक सोच को विकसित करना था।
ग्रेटर नोएडा, 11 अप्रैल 2025:
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा के इतिहास एवं सभ्यता विभाग ने 11 अप्रैल को एक प्रेरणादायक शैक्षिक यात्रा का आयोजन किया, जिसमें विद्यार्थियों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होने का सुनहरा अवसर मिला। यह भ्रमण नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को पुस्तकीय ज्ञान से परे, भारतीय इतिहास की वास्तविक झलक दिखाना था।
इस शिक्षाप्रद यात्रा का नेतृत्व विभागाध्यक्ष प्रो. वंदना पांडे और डॉ. विवेक मिश्रा ने किया। उनके साथ विभाग के प्रमुख प्राध्यापकगण – डॉ. ऋतिका जोशी, डॉ. संगीता, डॉ. विवेक पचौरी, डॉ. उपेंद्र, डॉ. आलोक, डॉ. सुधीर तथा डॉ. मुकेश कुमार वर्मा – ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
संग्रहालय की ऐतिहासिक दीर्घाओं का अवलोकन करते हुए छात्रों ने सिंधु घाटी सभ्यता, बौद्ध कला, गुप्तकालीन शिल्प, प्राचीन भारतीय सिक्के, दुर्लभ पांडुलिपियाँ, और जनजातीय संस्कृति की जीवंत झांकियाँ देखीं। हर दीर्घा में इतिहास जैसे बोलता नजर आया – गूंजती कहानियाँ, खोए हुए युगों की प्रतिध्वनियाँ और गौरवशाली विरासत का अहसास।
शिक्षकों ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार की शैक्षिक यात्राएँ विद्यार्थियों में ऐतिहासिक चेतना, संवेदनशीलता और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करती हैं, जो उन्हें एक बेहतर शोधकर्ता और जागरूक नागरिक बनने में सहायक बनती हैं।
विभाग ने भविष्य में भी ऐसे ही शैक्षिक अभियानों को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है।
यह यात्रा छात्रों के लिए सिर्फ एक भ्रमण नहीं, बल्कि भारत की जीवंत सभ्यताओं से आत्मिक मुलाकात बनकर उनके स्मृति पटल पर अंकित हो गई।
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