UPPSC RO/ARO परीक्षा को लेकर छात्रों का प्रदर्शन प्रयागराज में तीसरे दिन भी जारी है। छात्र वन-डे, वन-शिफ्ट परीक्षा और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया खत्म करने की मांग कर रहे हैं। छात्र आयोग से जल्द आश्वासन की उम्मीद जताते हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं।
प्रयागराज: यूपी लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा प्रस्तावित RO/ARO परीक्षा को लेकर प्रतियोगी छात्रों का विरोध तीसरे दिन भी जारी है। मंगलवार रात को छात्रों ने आयोग के गेट पर मोमबत्तियां जलाकर विरोध किया और यह स्पष्ट किया कि उनकी मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
क्या हैं छात्रों की प्रमुख मांगें?
छात्रों का आरोप है कि UPPSC द्वारा प्रस्तावित PCS Pre 2024 परीक्षा 41 जिलों में आयोजित की जा रही है, जबकि यह परीक्षा राज्य के सभी 75 जिलों में होनी चाहिए। छात्रों की मांग है कि एक दिन में एक शिफ्ट परीक्षा हो और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को समाप्त किया जाए। उनका कहना है कि जब तक आयोग लिखित आश्वासन नहीं देता, वे प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे।
आंदोलन का बढ़ता असर
प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं आयोग के गेट के बाहर रातभर डटे रहे। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि आयोग के अध्यक्ष संजय श्री नेत अब तक उनके सामने नहीं आए। छात्रों ने पोस्टर लगाकर अध्यक्ष की 'गुमशुदगी' का भी विरोध जताया और उन पर 50 रुपए का इनाम घोषित किया।
एफआईआर दर्ज, आंदोलन में हिंसा का आरोप
प्रदर्शन में शामिल दो युवकों और 10 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि इन युवकों ने प्रदर्शन स्थल पर अराजकता फैलाने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया।
आयोग का बयान
UPPSC ने छात्रों के विरोध के बाद एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया कि परीक्षा केंद्रों की शुचिता और छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा आयोजित की जाएगी। आयोग ने यह भी कहा कि अराजक तत्वों द्वारा छात्रों को भ्रामक जानकारी दी जा रही है, जिससे वे सावधान रहें।
निरंतर बढ़ती छात्रों की नाराजगी
जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, छात्रों का कहना है कि उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। हजारों छात्र-छात्राएं यूपी के विभिन्न जिलों और दिल्ली से यहां पहुंचे हैं, और वे परीक्षा की शर्तों में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।
क्या आयोग छात्रों की मांगों पर ध्यान देगा या विरोध और बढ़ेगा?
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