गौतम बुद्ध नगर | 15 मई 2025
गौतमबुद्धनगर का रिपोर्ट कार्ड मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर फीका पड़ा तो डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कमान खुद संभाल ली।
कलेक्ट्रेट सभागार में विभागीय अफसरों को तलब कर डीएम ने साफ कहा—"रैंकिंग ऊपर लाओ या कार्रवाई झेलो!"
मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर मिल रही कम ग्रेडिंग और पिछड़ी प्रगति रिपोर्टों पर जिला प्रमुख का गुस्सा सातवें आसमान पर था।
राजस्व, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, ग्राम्य विकास, ऊर्जा, कृषि, खेल, जल निगम, पर्यटन, महिला-बाल विकास, आपदा प्रबंधन से लेकर सामाजिक कल्याण तक—सभी विभागों को दी गई समयबद्ध कार्यवाही की हिदायत।
समय तय है, चूक नहीं चलेगी
बैठक में डीएम ने दो टूक कहा—
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के डैशबोर्ड की हर फीडिंग शासन स्तर पर रियल टाइम निगरानी में है।
यदि आंकड़े गलत या अपलोड नहीं हुए तो जिम्मेदार अफसरों पर होगी कड़ी कार्रवाई।

आदेश की धारा में आए ये बिंदु—
सभी विभाग 100% डाटा सीएम डैशबोर्ड पर तय प्रारूप में अपलोड करें।
गलत या अधूरा डेटा फीड करने वालों के विरुद्ध सीधी कार्रवाई।
फैमिली आईडी, निर्माण कार्य, घोषणात्मक परियोजनाएं—इनकी प्रगति की रिपोर्ट प्राथमिकता पर ली जाए।
जिन विभागों की रैंकिंग खराब है, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पत्राचार कर दें चेतावनी।
CM घोषणाओं की पांच बड़ी परियोजनाएं (DM की निगरानी में):
अस्पताल
खेल मैदान
आईटीआई कॉलेज
पुलिस थाना
डिग्री कॉलेज
इन सभी प्रोजेक्ट्स की प्रगति रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराने को कहा गया है। डीएम ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं से जुड़ी परियोजनाएं सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेंगी और निर्धारित समय में पूरी हों।
निर्माण कार्यों की भी गहन समीक्षा
CMIS पोर्टल पर दर्ज निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, समयसीमा और हैंडओवर प्रक्रिया पर डीएम ने सख्ती बरती।
स्थलीय निरीक्षण के आदेश, कार्यदायी संस्थाओं को सख्त निर्देश—“बिल्डिंग बने, लेकिन नियम से!”
बैठक में प्रमुख उपस्थित अधिकारी:
मुख्य विकास अधिकारी – विद्यानाथ शुक्ला
जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी – शिवराज सिंह
समाज कल्याण अधिकारी – सतीश कुमार
उद्योग उपायुक्त – अनिल कुमार
कृषि अधिकारी – विनोद कुमार
बेसिक शिक्षा अधिकारी – राहुल पवार
...और अन्य विभागीय प्रमुख

डीएम वर्मा का संदेश दो टूक है— “मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप काम करो, आंकड़े बोलेंगे और रैंकिंग सुधरेगी—वरना जवाब देना पड़ेगा।”
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