गौतम बुद्ध नगर, 29 अप्रैल 2025 — जनपद गौतम बुद्ध नगर में बढ़ती अग्निकांड की घटनाओं ने प्रशासन को सख्त एक्शन लेने के लिए मजबूर कर दिया है। अब लापरवाह फैक्ट्रियों की खैर नहीं! जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर प्रशासनिक अमला पूरी मुस्तैदी के साथ औद्योगिक इकाइयों में फायर सेफ्टी ऑडिट कर रहा है, और गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की चेतावनी दे रहा है।
इसी अभियान के तहत नगर मजिस्ट्रेट विवेकानंद मिश्र की अध्यक्षता में, तथा मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप चौबे की सह-अध्यक्षता में, एक संयुक्त जांच टीम ने आज सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा स्थित एच वन इंडिया, प्लॉट संख्या-12, उद्योग विहार, ईकोटेक-2 में औचक निरीक्षण किया।

सिर्फ कागजों पर नहीं, जमीन पर होगी फायर सेफ्टी की पड़ताल
इस टीम में फायर सर्विस, फैक्ट्री निरीक्षण और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान फैक्ट्री में मौजूद फायर अलार्म सिस्टम, अग्निशमन उपकरण, आपातकालीन निकासी मार्ग, जल स्रोतों और अन्य सुरक्षा उपायों की बारीकी से जांच की गई।
टीम ने स्पष्ट किया कि यदि फायर सेफ्टी मानकों में कोई कमी या उल्लंघन पाया गया, तो संबंधित उद्योग को नोटिस जारी कर जवाबदेही तय की जाएगी। इसके अलावा कारखाना अधिनियम व आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत कठोर कार्रवाई भी हो सकती है।
अब लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस
प्रशासन ने पहले ही संकेत दे दिया है कि जनपद में आपदाओं की रोकथाम अब प्राथमिकता में है। नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि "हर इकाई को फायर सेफ्टी मानकों के अनुरूप काम करना ही होगा, नहीं तो सख्त परिणाम भुगतने पड़ेंगे।"
निरीक्षण के पश्चात तैयार रिपोर्ट जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी, और एच वन इंडिया फैक्ट्री प्रबंधन को चिन्हित कमियों को शीघ्र सुधारने का निर्देश दिया जाएगा।

पृष्ठभूमि में सख्ती की जरूरत क्यों पड़ी?
जनपद में हाल के वर्षों में कई औद्योगिक क्षेत्रों में लगी आग से जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है। इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फायर सेफ्टी को लेकर गंभीरता की भारी कमी रही है। अब प्रशासन की प्राथमिकता यह है कि हर फैक्ट्री में फायर सेफ्टी सिर्फ फाइलों तक सीमित न रहकर व्यावहारिक रूप से क्रियान्वित हो।
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