
चुनावी बिगुल बजने से पहले नोएडा प्रशासन ने मतदाता जागरूकता और पहचान पत्र वितरण को लेकर अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन की कमान संभाल रहे जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। बैठक का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना नहीं था, बल्कि यह प्रशासन की गंभीरता और प्रतिबद्धता का सीधा संकेत था कि “इस बार कोई चूक नहीं होनी चाहिए।“
डीएम मनीष वर्मा ने बिना किसी लाग-लपेट के अधिकारियों से कहा कि हर मतदाता तक उसका वोटर ID कार्ड समय पर और सही तरीके से पहुंचना चाहिए, क्योंकि यह न केवल उसकी पहचान है बल्कि चुनाव में भागीदारी का पहला और अनिवार्य दस्तावेज भी है। उन्होंने चेताया कि अगर किसी इलाके में लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारी की सीधी जवाबदेही तय की जाएगी। इस दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि निर्वाचन से जुड़े किसी भी नोटिस, पत्र या दस्तावेज की डिलीवरी में देरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव को हिला सकती है, जिससे जनता के बीच अविश्वास और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है।
बैठक में उपस्थित अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) और उप जिला निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार ने जिले में अब तक हुए वितरण कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट से पता चला कि कुछ क्षेत्रों में वितरण की गति धीमी रही है, जिसके बाद डीएम ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में वितरण कार्य की नियमित निगरानी करें, डाक विभाग के साथ मिलकर माइक्रो प्लान तैयार करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी मतदाता वोटर कार्ड से वंचित न रह जाए।
डीएम ने इस बात पर विशेष बल दिया कि डाक विभाग और प्रशासन के बीच सक्रिय तालमेल जरूरी है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वितरण के हर चरण पर नज़र रखें चाहे वह कार्ड की छपाई हो, डाक विभाग को सौंपना हो या लोगों के घर तक उसकी सुरक्षित डिलीवरी। उन्होंने कहा कि “हम सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं पहुंचा रहे हैं, बल्कि लोकतंत्र का अधिकार पत्र दे रहे हैं, जो हर नागरिक का संवैधानिक हक है।”
बैठक में एसडीएम सदर चारुल यादव, जिला निर्वाचन कार्यालय के प्रमुख अधिकारीगण और डाक विभाग के मुख्य अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक का माहौल अत्यंत गंभीर और परिणामोन्मुखी था। अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि वे पूरे समर्पण के साथ कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा करेंगे और जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त डाक कर्मचारी भी लगाए जाएंगे।
यह बैठक उन सभी नागरिकों के लिए राहत भरी खबर है जो अकसर वोटर ID कार्ड में देरी, गुमशुदगी या गलत पते की शिकायत करते रहे हैं। साथ ही यह भी दर्शाता है कि गौतमबुद्ध नगर प्रशासन इस बार की चुनावी प्रक्रिया को हर स्तर पर पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए कटिबद्ध है।
ऐसे समय में जब दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में चुनावी तैयारियां जोरों पर हैं, नोएडा से यह संदेश साफ है चूक की कोई गुंजाइश नहीं होगी। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे अपने वोटर कार्ड की स्थिति समय-समय पर चेक करते रहें और किसी भी त्रुटि के लिए तुरंत संबंधित BLO या निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करें।
COMMENTS