गाजियाबाद की 75 महिलाओं को मिला कम लागत वाले उत्पाद निर्माण का तकनीकी प्रशिक्षण
जेएसएसएटीई नोएडा ने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सैनिटरी नैपकिन उत्पादन पर दिया प्रशिक्षण
गाजियाबाद की 75 महिलाओं को मिला कम लागत वाले उत्पाद निर्माण का तकनीकी प्रशिक्षण
नोएडा स्थित जेएसएस अकादमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (जेएसएसएटीई) के रसायन विज्ञान विभाग ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ए2के+ योजना के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पहल के तहत महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से एक माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया। यह कार्यक्रम 10 मई से 5 जून, 2025 तक आयोजित किया गया और इसे वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एंड यूटिलाइजेशन प्रोग्राम फॉर वीमेन (TDUPW) द्वारा प्रायोजित किया गया था।

इस विशेष प्रशिक्षण परियोजना का उद्देश्य “कम लागत वाली सैनिटरी नैपकिन उत्पादन के लिए महिला उद्यमिता का विकास” था, जिसके तहत गाजियाबाद जिले के खोड़ा कॉलोनी क्षेत्र की 75 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य इन महिलाओं को न केवल स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में व्यावहारिक कौशल प्रदान करना भी था ताकि वे अपनी स्वयं की लघु इकाइयाँ स्थापित कर सकें और आय का साधन विकसित कर सकें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह जेएसएसएटीई नोएडा परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. बी. मनोज कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। अन्य विशिष्ट अतिथियों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक श्री राजीव कुमार सिंघल, डॉ. टी.जी. ममता, डॉ. जगदीश आरएस और डॉ. रोली वर्मा शामिल रहे। कार्यक्रम की मुख्य अन्वेषक और समन्वयक डॉ. आशिमा श्रीवास्तव ने परियोजना के उद्देश्यों, प्रशिक्षण की संरचना और सामाजिक प्रभाव पर विस्तृत प्रकाश डाला।

प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन निर्माण की तकनीकी जानकारी, कच्चे माल की गुणवत्ता, मशीन संचालन, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, मूल्य निर्धारण और बाजार रणनीतियों की व्यावहारिक शिक्षा दी गई। साथ ही, महिलाओं को स्वच्छता प्रबंधन, स्वास्थ्य जागरूकता और सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जिससे उनका सामाजिक दृष्टिकोण और आत्मबल दोनों सुदृढ़ हो सके।
कार्यक्रम के समापन पर प्रशिक्षित महिलाओं ने न केवल अपने अनुभव साझा किए, बल्कि इस अवसर को अपने जीवन के परिवर्तनकारी मोड़ के रूप में भी देखा। प्रतिभागियों ने बताया कि इस प्रशिक्षण से उन्हें स्वरोजगार की दिशा में नई प्रेरणा मिली है और वे स्थानीय स्तर पर स्वयं की इकाई स्थापित करने की योजना बना रही हैं।
जेएसएसएटीई नोएडा का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम है, जो न केवल आर्थिक विकास में योगदान देगा, बल्कि स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। संस्थान ने भविष्य में भी इस प्रकार के नवाचारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है।
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