
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश- प्रतापगढ़ के पट्टी कस्बे में 21 जुलाई को दिनदहाड़े रजिस्ट्री कार्यालय के सामने हुई सनसनीखेज गोलीबारी मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस वारदात के नामजद मुख्य आरोपी व बाबा बेलखरनाथ धाम के ब्लाक प्रमुख सुशील सिंह, जिन पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था, को पुलिस ने उनके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। सुशील सिंह पर प्रतापगढ़ नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की तैयारी में है, वहीं घटना में प्रयुक्त पिस्टल के लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
इस केस में अब तक कई इनामी आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। इनमें सुशील सिंह के करीबी सहयोगी विपिन पांडेय और शिवम पांडेय (दो सगे भाई) तथा संतोष सिंह जैसे नाम शामिल हैं, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं पहले गिरफ्तार किए गए जय प्रकाश मौर्य, हरीश उर्फ पन्ने और अखिलेश कुमार पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। शनिवार को पुलिस को मिले एक सुराग के आधार पर दशरथपुर पट्टी में छापा मारकर आरोपी आकाश शुक्ला को भी गिरफ्तार किया गया। आकाश के पास से वही पिस्टल बरामद की गई जो घटना के दौरान इस्तेमाल की गई थी।
इस पूरे प्रकरण में अब नामजद इनामियों में केवल ओम सिंह और अजय सिंह टक्कू ही फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इन दोनों आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन हर एंगल से जांच कर रहा है। ब्लाक प्रमुख सुशील सिंह की गिरफ्तारी से पूरे जिले में हलचल है, और यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि राजनीतिक रसूख वाले आरोपियों पर भी कानून की पकड़ मजबूत हो रही है।