ठाणे जिले के कल्याण में एक 24 वर्षीय एयर होस्टेस को साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया, जब जालसाजों ने उसे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार करने की धमकी देकर उससे करीब 10 लाख रुपये की ठगी कर ली। इस घटना ने न केवल साइबर अपराध की गंभीरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि धोखाधड़ी के जाल में फंसने से कोई भी बच नहीं सकता।
23 नवंबर, 2024 को जब एयर होस्टेस को अज्ञात नंबर से फोन आया, तो उसने यह समझा कि कोई गलती हुई होगी। फोन करने वाले ने दावा किया कि उसका भेजा हुआ पार्सल ईरान में अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचा। जब महिला ने इनकार किया और कहा कि उसने कोई पार्सल भेजा ही नहीं, तो जालसाज ने उसे वीडियो कॉल पर दिखाया और कहा कि उसका नाम एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल है। फिर तो जैसे कुछ ही पल में उसे गिरफ्तारी की धमकी दी गई और महिला को डर के कारण मजबूर किया गया कि वह तुरंत 9.93 लाख रुपये ट्रांसफर कर दे।
इस बेतुकी धमकी के बाद महिला ने जब लिंक क्लिक किए और पैसे ट्रांसफर किए, तब उसे अहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो चुकी है। उसने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।
हालांकि, इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि धोखाधड़ी का मुख्य आरोप विदेशी है, क्योंकि कॉल का लोकेशन विदेश से था। यह घटना साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों की गंभीरता को दिखाती है, जहां आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके आम लोग आसानी से ठगी का शिकार हो रहे हैं।