गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा महिला सुरक्षा, सम्मान, और स्वावलम्बन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से "मिशन शक्ति" फेज-5 अभियान चलाया जा रहा है।
महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए "मिशन शक्ति" फेज-5 अभियान: गौतमबुद्धनगर पुलिस की अनूठी पहल
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा महिला सुरक्षा, सम्मान, और स्वावलम्बन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से "मिशन शक्ति" फेज-5 अभियान चलाया जा रहा है। 23 अक्टूबर 2024 को इस अभियान के तहत महिला सुरक्षा टीम ने पुलिस कमिश्नर के निर्देशन और डीसीपी महिला सुरक्षा, श्रीमती सुनीति, के पर्यवेक्षण में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। एसीपी महिला सुरक्षा, श्रीमती सौम्या सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में जाकर स्कूल, कॉलेज, गांव, सोसाइटी, लेबर कॉलोनियों और बाजारों में महिलाओं और बच्चियों को एकत्र किया। कार्यक्रम में महिलाओं को सशक्तिकरण अभियान, अपराध से सुरक्षा, और सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। इन कार्यक्रमों में "मिशन शक्ति 5.0" और "शुभ मंगल योजना" जैसी योजनाओं के साथ-साथ साइबर क्राइम से सुरक्षा के उपायों पर भी चर्चा की गई। महिला पुलिसकर्मियों ने विभिन्न समुदाय कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए उपस्थित महिलाओं और बच्चियों को लैंगिक अपराधों और पॉक्सो एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही, महिलाओं को यह बताया गया कि किस प्रकार से वह इन अपराधों से सुरक्षित रह सकती हैं।
इस अभियान के तहत, महिलाओं को सुरक्षा पंपलेट वितरित किए गए, जिनमें विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। इनमें महिला हेल्पलाइन नंबर-1090, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर-1076, साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930, आपातकालीन सेवा-112, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर-1098 और वन स्टॉप सेंटर नंबर-181 शामिल हैं। पुलिस टीम ने महिलाओं को जागरूक किया कि कार्यस्थल, स्कूल, या कॉलेज में किसी भी प्रकार के लैंगिक उत्पीड़न या घरेलू हिंसा के मामलों को चुपचाप सहन न करें, बल्कि तत्काल बताए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें ताकि उन्हें जल्द से जल्द सहायता प्रदान की जा सके। मिशन शक्ति" फेज-5 अभियान के अंतर्गत कमिश्नरेट के तीनों जोन में महिला पुलिस टीम ने महिला सशक्तिकरण, आत्मरक्षा, घरेलू हिंसा, पॉक्सो एक्ट, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, और बच्चों के विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का कार्य जारी रखा है। इस पहल से महिला सुरक्षा को एक नए आयाम पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।