विभिन्न परियोजनाओं के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 149 गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है। किसानों की मांग है कि उन्हें बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए. किसानों की और भी कई मांगें हैं.
उत्तर प्रदेश स्थित गौतमबुद्ध नगर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों ने आज 8 फरवरी को संसद मार्च का ऐलान किया है, जिसके लिए हजारों किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास इकट्ठा हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक किसान नेता सुखबीर खलीफा के आह्वान पर हजारों किसान पहले महामाया फ्लाईओवर पर जुटेंगे. इसके बाद चिल्ला बॉर्डर से दिल्ली कूच करेंगे. ऐसे में यहां भारी ट्रैफिक जाम की समस्या शुरू हो गई है.
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के करीब 149 गांवों के किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग जगहों पर धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके बाद आज ये किसान अपनी मांगों को लेकर चिल्ला बॉर्डर के रास्ते दिल्ली कूच करेंगे. यहां से किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचेंगे जहां विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
इन मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन
दरअसल, किसान पिछले कई दिनों से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान 10 फीसदी भूखंड, आबादी का संपूर्ण निस्तारण, बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। जिसके बाद लंबे समय से किसानों की लड़ाई लड़ रहे किसान नेता सुखबीर खलीफा ने संसद भवन के घेराव का ऐलान किया है.
किसानों के मार्च को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस भी अलर्ट है. नोएडा में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. नोएडा-ग्रेटर नोएडा में प्रमुख जगहों पर धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस के मुताबिक, किसानों के प्रदर्शन के दौरान अराजक तत्व शांति भंग कर सकते हैं, इसलिए प्रशासन की ओर से सख्त आदेश जारी किए गए हैं.