महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप। चुनाव आयोग ने दोनों दलों को आचार संहिता उल्लंघन पर नोटिस जारी कर 18 नवंबर तक जवाब मांगा।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों में आरोप-प्रत्यारोप का खेल तेज हो गया है। भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगाए हैं। अब भारत निर्वाचन आयोग ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए दोनों दलों के अध्यक्षों को नोटिस जारी किया है और सोमवार 18 नवंबर, दोपहर 1 बजे तक जवाब मांगा है।
राहुल गांधी और मोदी-शाह के बयानों पर बवाल
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने मुंबई में एक रैली के दौरान महाराष्ट्र से जुड़े तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। राहुल ने अपने भाषण में दावा किया कि महाराष्ट्र के अवसरों को छीनकर अन्य राज्यों में दिए जा रहे हैं, जैसे एपल के आईफोन और बोइंग के हवाई जहाज की मैन्युफैक्चरिंग। भाजपा ने इसे झूठा और भ्रामक बताते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा नेताओं ने प्रचार के दौरान ऐसे बयान दिए, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं।
चुनाव आयोग ने दिलाई पुरानी सलाह की याद
चुनाव आयोग ने दोनों दलों को 22 मई 2024 को जारी की गई अपनी एडवाइजरी की याद दिलाई। इस एडवाइजरी में नेताओं और स्टार प्रचारकों से कहा गया था कि वे शिष्टाचार बनाए रखें और प्रचार के दौरान किसी भी तरह की भड़काऊ या गलत बयानबाजी से बचें।
झारखंड में पहले चरण का चुनाव हो चुका है और 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी और झारखंड की बाकी सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला चुनावी माहौल को और गरमा रहा है। अब देखना यह है कि दोनों दल चुनाव आयोग को क्या जवाब देते हैं और आयोग का अगला कदम क्या होगा।