गया के डोमटोली मोहल्ले में कचरे के ढेर में दो बम विस्फोट हुए, जिससे दो किशोर जख्मी हो गए। पुलिस और बम निरोधक दस्ता सक्रिय होकर एक बम को डिफ्यूज किया। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे।
गया के डोमटोली मोहल्ले में बुधवार को हुई एक बड़ी वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी। रेलवे स्टेशन के पास स्थित कचरे के ढेर में दो बमों के विस्फोट से अफरा-तफरी मच गई। इस धमाके में दो किशोर जख्मी हो गए, जिनकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक बम को डिफ्यूज किया, जिससे एक और बड़ी घटना टल गई।
कचरे के ढेर में बम विस्फोट
गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के डोमटोली मोहल्ले में स्थित कचरे के ढेर में अचानक दो बमों में विस्फोट हो गए। इस धमाके की चपेट में आकर दो किशोर, लक्ष्मण कुमार (16) और बादल कुमार (17), घायल हो गए। दोनों किशोर कचरे का ढेर साफ कर रहे थे, जब यह हादसा हुआ। विस्फोट की जोरदार आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर दौड़े और घायल किशोरों को तुरंत अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में इलाज के बाद दोनों की हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
बम निरोधक दस्ता सक्रिय, दूसरा बम डिफ्यूज
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। कचरे के ढेर से एक और सक्रिय बम बरामद किया गया, जिसे बम निरोधक दस्ते ने सफलता से डिफ्यूज कर दिया। इस बम में साधारण विस्फोटक क्षमता थी, लेकिन अगर यह विस्फोट हो जाता, तो इससे गंभीर परिणाम हो सकते थे। पुलिस ने घटनास्थल से एफएसएल टीम को भी बुलाया, जिन्होंने बम और उसके आसपास के साक्ष्यों की जांच की।
स्थानीय दुकानदारों पर भी शक
यह घटना पिछले कुछ समय में हुई बम विस्फोटों की एक कड़ी प्रतीत हो रही है। कुछ दिन पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रामसागर रोड पर स्थित एक कबाड़ दुकान में भी बम विस्फोट हुआ था, जिसमें दुकानदार घायल हो गए थे। इसी संदर्भ में यह सवाल उठ रहा है कि क्या इन घटनाओं के पीछे असामाजिक तत्वों की साजिश हो सकती है। शहर में कबाड़ी की दुकानों और कचरे के ढेरों में विस्फोटक सामग्री रखने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
स्थानीय निवासी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि पुलिस ने अब तक कबाड़ी की दुकानों और कचरे के ढेरों की नियमित जांच नहीं की है, जो कि एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि अगर पुलिस समय रहते इन दुकानों और कचरे के ढेरों की जांच करती, तो कई बम विस्फोटों को रोका जा सकता था। इस मामले में पुलिस को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और आसपास के इलाकों में तफ्तीश तेज कर दी है। पुलिस ने दोनों घायल किशोरों के परिजनों से पूछताछ की है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर यह बम कचरे के ढेर में कैसे पहुंचा। एएसपी नगर, पीएन साहू ने बताया कि बम विस्फोट में घायल किशोर अपने ननिहाल में रह रहे थे और पुलिस ने उनके परिवार से भी पूछताछ की है।
इस घटना ने एक बार फिर शहर में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और शहरी इलाकों में बम और अन्य विस्फोटक सामग्री की जांच को प्राथमिकता दी जाए।