खनौरी सीमा पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के 35वें दिन पुलिस बल बढ़ा दिया गया है, क्योंकि किसानों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डल्लेवाल को जबरन उठाने का डर है। इस स्थिति को देखते हुए किसानों ने सुरक्षा बढ़ा दी है, जबकि उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ रही है। प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता का दौर जारी है।
खनौरी सीमा पर हलचल तेज हो गई है, जहां किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन अपने 35वें दिन में प्रवेश कर चुका है। किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब सरकार द्वारा डल्लेवाल को जबरन उठाने की आशंका जताई है। इस वजह से किसानों ने पहरा कड़ा कर दिया है, जबकि पुलिस बल की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।
एक ओर जहां पंजाब सरकार और किसान नेता के बीच कई दौर की बातचीत चल रही है, वहीं पुलिस बल पूरी तैयारी के साथ मौके पर तैनात है। वाटर कैनन, एंबुलेंस, और क्रेन को अनाज मंडी के पास खड़ा कर दिया गया है, जिससे तनाव का माहौल और भी गहरा गया है। किसानों को अब यह डर सता रहा है कि किसी भी वक्त पुलिस उन्हें उठाने की कोशिश कर सकती है।
पुलिस अधिकारियों ने डल्लेवाल से अनशन तोड़कर इलाज कराने की अपील की, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। डल्लेवाल की हालत लगातार बिगड़ रही है। डॉक्टरों की टीम ने उनका ब्लड सैंपल लिया और बताया कि उनके बीपी और शुगर का स्तर ऊपर-नीचे हो रहा है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
रविवार रात को खनौरी सीमा पर तनाव बढ़ गया जब कुरुक्षेत्र से किसान जत्थे पंजाब सीमा पर पहुंचने लगे। किसानों के पंजाब में प्रवेश को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और सीमाओं पर आरएएफ के साथ पुलिस बल भी तैनात है।
इस बीच, भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि किसानों की 13 मांगों का ज्ञापन सीएम नायब सैनी को सौंपा गया है, जिसमें मुख्य रूप से नए मंडी एक्ट के खिलाफ विरोध शामिल है। अगर यह एक्ट लागू होता है, तो इससे मंडी प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी और हजारों किसानों, आढ़तियों, मजदूरों और मुनीमों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी।