गौतम बुद्ध नगर में आज लोकतंत्र की पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर एक अहम पड़ताल हुई। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सूरजपुर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित EVM/VVPAT वेयरहाउस का त्रैमासिक निरीक्षण किया — और वो भी सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में, पूरी पारदर्शिता के साथ।
क्या हुआ निरीक्षण में?
जैसे ही DM पहुंचे, वेयरहाउस के सील बंद ताले खोले गए, लेकिन बिना किसी गोपनीयता के — हर कदम पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि साथ रहे।
DM ने वेयरहाउस की हर बारीकी को परखा:
मशीनों का रखरखाव कैसा है?
CCTV कैमरे चल रहे हैं या सिर्फ लगे हैं?
कंट्रोल रूम से कितनी निगरानी हो रही है?
हर कमरे में बिजली सप्लाई ठीक है या नहीं?
खिड़की-रोशनदान से सेंध की कोई गुंजाइश तो नहीं?
DM ने साफ कहा — “चुनाव आयोग की हर गाइडलाइन का अक्षरश: पालन हो। सुरक्षा में कोई ढील नहीं चलेगी।”

सभी व्यवस्थाएं जांची गईं और...
निरीक्षण के बाद DM ने स्पष्ट किया — “वेयरहाउस की स्थिति संतोषजनक है।”
उनके साथ अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार और सभी दलों के प्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे।

यह क्यों है अहम?
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद EVM को लेकर बढ़ते संदेहों के बीच इस तरह की ओपन इंस्पेक्शन व्यवस्था से जनता में भरोसे का संदेश जाता है — कि वोट जहां पड़ा, वहीं रहेगा।

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