बैठक का मकसद क्या था?
गौतम बुद्ध नगर के व्यापारियों की लंबे समय से उठती समस्याएं अब जिला प्रशासन के दरबार में गूंज रही हैं। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मंगलेश दुबे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला व्यापार बंधु समिति की अहम बैठक बुलाई गई। उद्देश्य साफ था — व्यापारिक गतिविधियों को पटरी पर लाना और व्यापारियों को राहत देना।
व्यापारियों ने क्या-क्या मुद्दे उठाए?
बैठक में विभिन्न व्यापार मंडलों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक के बाद एक वास्तविक समस्याओं को सामने रखा, जो उनके रोजमर्रा के व्यापार को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं:
अतिक्रमण: बाजारों की गलियां कब्जों से सिकुड़ गई हैं। ग्राहक आ ही नहीं पाते।
ट्रैफिक जाम: पिक ऑवर पर सड़कों पर लंबी कतारें, खरीदारी ठप।
पार्किंग की समस्या: वाहन खड़ा करने की जगह नहीं, ग्राहक परेशान होकर लौट जाते हैं।
सड़कों की हालत खराब: गड्ढों से भरी सड़कों पर चलना जोखिम भरा, सामान ढुलाई भी मुश्किल।
GST से जुड़ी जटिलताएं: छोटे व्यापारियों के लिए टैक्स नियम समझना और पालन करना चुनौतीपूर्ण।

ADM ने क्या कहा?
ADM मंगलेश दुबे ने पूरे गंभीरता के साथ व्यापारियों की बात सुनी और सभी संबंधित विभागों को तुरंत और प्राथमिकता के आधार पर समाधान के स्पष्ट निर्देश दिए:
नगर पालिका दादरी को निर्देश:
बाजारों में अतिक्रमण हटाओ अभियान तुरंत चलाओ। व्यापारिक गलियों को खाली कराओ ताकि ग्राहक बिना बाधा के पहुंच सकें।
पुलिस विभाग को निर्देश:
ट्रैफिक की स्थिति को दुरुस्त किया जाए, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में यातायात नियंत्रण और सुरक्षा की प्रभावी व्यवस्था की जाए।
अन्य विभागों को निर्देश:
बिजली, सड़क और सफाई से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि व्यापारियों को हर स्तर पर राहत महसूस हो।

कौन-कौन रहा मौजूद?
बैठक में गौतम बुद्ध नगर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ निम्नलिखित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे:
पुलिस विभाग
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी
विद्युत विभाग
नगर पालिका दादरी एवं अन्य निकाय
बैठक में जो समन्वय और स्पष्टता दिखाई दी, उससे व्यापारियों में एक नई उम्मीद जगी है कि अब सिर्फ सुनवाई नहीं, एक्शन भी होगा।
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