नोएडा, 30 जून 2025
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की सैक्टर-63 थाना पुलिस ने एक बड़े खाद्य पदार्थ मिलावट कांड का पर्दाफाश करते हुए नकली पनीर बनाने और उसे एनसीआर में सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 14 क्विंटल तैयार नकली पनीर, मिलावट में प्रयुक्त सामग्री और उपकरण बरामद किए हैं।
दिनांक 28 जून 2025 की रात थाना सैक्टर 63 पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि एक वाहन द्वारा बड़ी मात्रा में अपमिश्रित पनीर नोएडा में सप्लाई किया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने यूपी 81 ईटी 8564 नंबर की महिंद्रा पिकअप को रोका तो उसमें 14 क्विंटल नकली पनीर लदा हुआ मिला।
वाहन चालक गुलफाम पुत्र इस्लाम से पूछताछ के बाद पुलिस ने अलीगढ़ जिले के सहजपुरा गांव स्थित नकली पनीर बनाने वाले प्लांट पर छापेमारी की। वहां से पुलिस ने भारी मात्रा में मिलावटी सामग्री और उपकरण जब्त किए।
बरामद सामग्री में शामिल हैं -
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02 बोरी धौलपुर फ्रेश स्किम्ड मिल्क पाउडर (25-25 किलो)
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05 बोरी रेड बुल प्रीमियम क्वालिटी एग्री प्रोडक्ट (सॉर्टेक्स क्लीन)
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02 टिन न्यूट्रीलिव रिफाइंड पालमोलिन ऑयल (15-15 किलो)
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01 कंटेनर नीले रंग का, जिसमें 4 किलो कैमिकल मिला
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01 पनीर बनाने की मशीन
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01 मिक्सर ग्राइंडर
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02 शीशी पोस्टर व्हाइट कलर (पनीर को सफेद रंग देने के लिए)
कैसे बनता है नकली पनीर? पुलिस ने किया प्रक्रिया का खुलासा
जांच में सामने आया कि आरोपी दो विधियों से अपमिश्रित पनीर बनाते थे:
प्रक्रिया-1:
रेड बुल सॉर्टेक्स क्लीन को 8 क्विंटल पानी या सपरोता लिक्विड में उबालते थे।
फिर उसमें पोस्टर व्हाइट कलर और नीले डिब्बे में रखा केमिकल मिलाकर उसे जमाते थे ताकि पनीर जैसी शक्ल बन जाए।
इसे कपड़े में बांधकर ठंडे पानी में डुबोया जाता था और फिर दबाकर पानी निकाला जाता था।
इस प्रक्रिया से लगभग 60 किलो नकली पनीर तैयार होता था।
प्रक्रिया-2:
धौलपुर मिल्क पाउडर को पानी में उबालते, फिर कैमिकल से फाड़ते और उसमें न्यूट्रीलिव रिफाइंड ऑयल मिलाते ताकि पनीर को क्रीमी टेक्सचर दिया जा सके।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और भूमिका
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गुड्डू उर्फ रहीश पुत्र गफ्फार — उम्र 36 वर्ष, सहजपुरा अलीगढ़
नकली पनीर फैक्ट्री का संचालन भाई अफसर के साथ करता था।
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गुलफाम पुत्र इस्लाम — उम्र 32 वर्ष, सहजपुरा अलीगढ़
पनीर को फैक्ट्री से लाकर एनसीआर में सप्लाई करता था और पिकअप वाहन का चालक भी है।
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नावेद पुत्र बब्लू — उम्र 20 वर्ष, सहजपुरा अलीगढ़
सप्लाई चैन का हिस्सा, दुकानों तक माल पहुंचाता था।
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इकलाख पुत्र बादशाह — उम्र 30 वर्ष, बालनपुर अलीगढ़
सप्लाई टीम में शामिल, पनीर की बिक्री का काम करता था।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जताई गंभीर चिंता
जांच में शामिल खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए माल में शामिल सामग्री जैसे रिफाइंड पामोलिन ऑयल, पोस्टर कलर और कैमिकल मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। नकली पनीर का सेवन करने से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। बरामद पनीर का सैंपल लैब जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कानूनी धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
असली पनीर बनाकर बेचने का झांसा देकर कर रहे थे धोखाधड़ी
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे बीते छह माह से इस कार्य में लिप्त हैं और प्रति किलो पनीर को ₹180 से ₹220 की दर से एनसीआर के अलग-अलग डेरी दुकानदारों को असली बताकर बेचते थे।
पंजीकृत एफआईआर का विवरण
इस पूरे मामले में थाना सेक्टर 63 नोएडा में मु0अ0सं0 283/25, धारा 274/275/318(4) बीएनएस के तहत अभियोग दर्ज किया गया है।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की सराहना
नोएडा पुलिस की इस कार्रवाई को जनता और प्रशासनिक स्तर पर सराहा जा रहा है। इस गिरोह के भंडाफोड़ से जहां जनस्वास्थ्य को होने वाले खतरे पर विराम लगा है, वहीं बाजार में बिक रहे नकली खाद्य पदार्थों के खिलाफ भी एक सख्त संदेश गया है।
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