हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और मौजूदा एडीजीपी वाई.एस. पूरन ने चंडीगढ़ में अपने आवास पर खुद को गोली मार ली। पुलिस विभाग सदमे में है, जबकि उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार, जो आईएएस अधिकारी हैं, उस वक्त मुख्यमंत्री के साथ जापान दौरे पर थीं।
हरियाणा से आई एक सनसनीखेज खबर ने पूरे प्रशासनिक महकमे को हिला दिया है। राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और मौजूदा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) वाई.एस. पूरन ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरा पुलिस विभाग गहरे सदमे में है।
बताया जा रहा है कि घटना के समय उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी हैं, मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ जापान दौरे पर थीं। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि आत्महत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हुआ है।

भारत में IPS अधिकारियों की सैलरी उनके पद और अनुभव के आधार पर तय होती है। ADGP रैंक का अधिकारी वरिष्ठ स्तर का होता है। सरकारी वेतनमान के अनुसार, एडीजीपी का मूल वेतन लगभग ₹2,05,400 प्रति माह होता है, जो सेवा अवधि के अनुसार बदल सकता है। साथ ही उन्हें महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, यात्रा और चिकित्सा सुविधाएं भी मिलती हैं। सभी भत्तों को मिलाकर एक एडीजीपी का कुल वेतन 2.5 से 3 लाख रुपये प्रति माह तक पहुंच सकता है।
ADGP (Additional Director General of Police) राज्य पुलिस सेवा का उच्चतम पद होता है। यह अधिकारी पुलिस जोन या विशेष क्षेत्रों की कमान संभालता है और सीधे राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) को रिपोर्ट करता है। इस पद तक पहुंचने के लिए IPS अधिकारी को लगभग 25 वर्षों का अनुभव और कई प्रमोशन पार करने होते हैं।
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