नोएडा के सेक्टर-35 स्थित सुमित्रा हॉस्पिटल में शुक्रवार सुबह अचानक आग लगने की घटना से हड़कंप मच गया। आग अस्पताल के भूतल पर बने रिकॉर्ड रूम में लगी थी, जहां उस समय कोई मौजूद नहीं था। दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई और हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की मदद से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। अस्पताल की ऊपरी मंज़िलों पर मौजूद सभी मरीज सुरक्षित हैं। केवल दो केयरटेकर को मामूली चोटें आईं, जिन्हें तत्काल उपचार दिया गया। जनहानि की कोई सूचना नहीं है।
सेक्टर-35 स्थित सुमित्रा हॉस्पिटल में शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब अस्पताल के भूतल (ग्राउंड फ्लोर) पर स्थित रिकॉर्ड रूम में अचानक आग लग गई। यह घटना थाना सेक्टर-24 क्षेत्र के अंतर्गत आती है। जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, फायर सर्विस ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए मौके पर छह दमकल वाहन (फायर टेंडर) और एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को रवाना किया।
दमकल टीम ने बेहद कुशलता के साथ आग पर काबू पाया और अस्पताल में मौजूद मरीजों व स्टाफ को सुरक्षित रखा। आग लगने की सूचना पर जिला प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन भी सक्रिय हो गया और समन्वय के साथ राहत कार्य को अंजाम दिया गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग केवल भूतल पर स्थित रिकॉर्ड रूम तक ही सीमित रही, जहां उस समय कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। रिकॉर्ड रूम में मौजूद पुराने दस्तावेज़ व फाइलें आग की चपेट में आ गईं, जिससे संपत्ति की हानि हुई, परंतु जनहानि की कोई खबर नहीं है। प्रथम और द्वितीय तल पर भर्ती मरीज घटना के समय सतर्क होकर स्वयं ही बाहर निकल आए। वहीं, अस्पताल के तृतीय तल पर भर्ती मरीजों की स्थिति स्थिर थी और उन्हें बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं पड़ी, क्योंकि आग और धुआं उस क्षेत्र तक नहीं पहुंचा।
अग्निशमन दल द्वारा आग को बुझाने के पश्चात स्मोक एक्सट्रैक्शन सिस्टम की मदद से पूरे भवन से धुआं बाहर निकाला गया, जिससे भीतर का वातावरण शीघ्र ही सामान्य हो सका।
इस घटना में केवल दो केयरटेकर को मामूली चोटें आईं, जो शीशा तोड़कर बचाव कार्य में सहयोग कर रहे थे। उन्हें मौके पर प्राथमिक उपचार दिया गया और अब वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि समय पर सूचना मिलने और तेज़ी से की गई प्रतिक्रिया के चलते आग को फैलने से रोका जा सका। यदि थोड़ी भी देर होती, तो हालात गंभीर हो सकते थे। अस्पताल प्रबंधन ने भी दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया और कहा कि जल्द ही रिकॉर्ड रूम के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा।
वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और अस्पताल का संचालन सुचारु रूप से पुनः आरंभ कर दिया गया है। पुलिस और फायर विभाग द्वारा घटना की जांच जारी है ताकि आग लगने के कारणों की पुष्टि की जा सके।
यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया और आपसी समन्वय कितना महत्वपूर्ण होता है। फायर सर्विस की तत्परता और अस्पताल स्टाफ की सूझबूझ ने एक संभावित बड़े हादसे को टाल दिया।
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