प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 पर चर्चा की। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि इस महोत्सव से समाज में नफरत और विभाजन खत्म करने का संकल्प लेकर लौटें। मोदी ने पहली बार एआई चैटबॉट, डिजिटल नेविगेशन और खोया-पाया केंद्र जैसी सुविधाओं की जानकारी भी दी, जिससे कुंभ में श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर चर्चा करते हुए श्रद्धालुओं से एक महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि जब वे इस भव्य आयोजन में शामिल हों, तो समाज में फैली नफरत और विभाजन की भावना को समाप्त करने का संकल्प लेकर लौटें।
उन्होंने कहा, "महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, यह एकता और विविधता का प्रतीक है। इस महोत्सव में करोड़ों लोग एक साथ इकट्ठे होते हैं। अलग-अलग पंथों, परंपराओं और आस्थाओं के अनुयायी एक साथ गंगा के तट पर एकत्रित होते हैं। इसमें कोई ऊंच-नीच नहीं होती, कोई भेदभाव नहीं होता। यही महाकुंभ की असली ताकत है।"
प्रधानमंत्री ने इस आयोजन को 'एकता का महाकुंभ' कहते हुए कहा कि इस बार का महाकुंभ भी समाज में एकता और सद्भावना का संदेश देगा। उन्होंने कहा, "महाकुंभ का संदेश है – एक हो पूरा देश। गंगा की अविरल धारा की तरह समाज भी एक हो और कभी न बंटे।"
पीएम मोदी ने श्रद्धालुओं को कुंभ 2025 में मिलने वाली अत्याधुनिक सुविधाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहली बार एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) चैटबॉट और एआई संचालित कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में आसानी से नेविगेट करने और सुरक्षित महसूस करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, डिजिटल खोया-पाया केंद्र की भी व्यवस्था होगी, ताकि खोए हुए लोग आसानी से अपने परिजनों से मिल सकें।
मोदी ने श्रद्धालुओं से कहा, "आप भी महाकुंभ में शामिल हों, इन डिजिटल सुविधाओं का लाभ उठाएं, और #एकताकामहाकुंभ के साथ अपनी सेल्फी सोशल मीडिया पर साझा करें।"
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