मुंबई में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में बलिया के बेल्थरा रोड निवासी टीवी अभिनेता अमन जायसवाल (24) की मौत हो गई। अमन फिल्म सिटी से शूटिंग समाप्त करके बाइक से अपने कमरे लौट रहे थे, तभी एक ट्रेलर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे की खबर मिलते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई और उनके माता-पिता की तबियत बिगड़ गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अमन, जिन्होंने महज तीन साल में तीन धारावाहिकों में मुख्य किरदार निभाए थे, के असामयिक निधन ने टीवी इंडस्ट्री और बेल्थरा रोड को गहरा सदमा दिया।
यह एक ऐसी घटना है जिसने न केवल बलिया के बेल्थरा रोड को शोक में डुबो दिया, बल्कि टीवी इंडस्ट्री में भी एक उज्जवल सितारे को असमय खो दिया। बलिया के बेल्थरा रोड निवासी टीवी अभिनेता अमन जायसवाल (24) की मौत एक दर्दनाक सड़क हादसे में हो गई। हादसा उस समय हुआ जब अमन मुंबई के फिल्म सिटी से शूटिंग खत्म कर अपने कमरे की ओर लौट रहे थे।
अमन की बाइक को ट्रेलर ने मारी जोरदार टक्कर, परिवार में मचा हाहाकार
मुंबई के व्यस्त मार्ग पर एक ट्रेलर ने अमन की बाइक को जोरदार टक्कर मारी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। अमन के माता-पिता को यह खबर सुनते ही गहरा सदमा लगा और उनकी तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इस घटना ने पूरे बेल्थरा रोड को गमगीन कर दिया।
टीवी इंडस्ट्री में अमन का नाम, तीन धारावाहिकों में निभाए थे मुख्य किरदार
अमन जायसवाल बलिया के प्रतिष्ठित व्यापारी दिनेश जायसवाल के पौत्र थे और उन्होंने सिर्फ तीन साल पहले मुंबई में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इन तीन वर्षों में ही उन्होंने "कलश" सहित तीन प्रमुख टीवी धारावाहिकों में मुख्य किरदार निभाया था। अमन का निधन टीवी इंडस्ट्री में एक बड़ा आघात है, जहां वह तेजी से उभरते सितारे के रूप में अपनी पहचान बना रहे थे।
कृष्ण की तरह परिवार का बड़ा बेटा चला गया, छोटे भाई का बुरा हाल
अमन परिवार के बड़े बेटे थे, और उनके छोटे भाई के लिए यह बहुत बड़ा सदमा था। परिवार में इस दुखद घटना के बाद आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। बेल्थरा रोड में यह तीसरी सड़क दुर्घटना है, जिसमें एक युवा की जान गई है, और यह घटना इलाके के निवासियों के लिए असहनीय दर्द का कारण बन गई है।
क्या थी अमन की प्रेरणा?
अमन का सपना सिर्फ एक्टिंग में नाम कमाने का नहीं था, बल्कि उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से यह साबित किया कि छोटे शहरों से आने वाले लोग भी बड़े मुकाम हासिल कर सकते हैं। उनका यह सफर प्रेरणा देने वाला था, लेकिन यह घटना उनकी ज़िंदगी को असमय खत्म कर गई।
सड़क सुरक्षा के प्रति अहम सवाल: क्या हम आगे भी इस तरह के हादसों से बच सकते हैं?
अमन के दुखद निधन ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। क्या ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता था? यह खबर एक चुप्प सी ध्वनि छोड़ गई है, जो हर किसी के दिल में एक गहरी चुभन छोड़ गई है। क्या आगे हम ऐसे हादसों से बचने के लिए कुछ ठोस कदम उठा पाएंगे?
अमन की यादें हमेशा जीवित रहेंगी, उनके परिवार और दोस्तों के दिलों में
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