कानपुर, 24 अप्रैल – कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में मारे गए कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी को गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। अंतिम संस्कार से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं शुभम के आवास पहुँचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने शुभम के पिता और नवविवाहिता पत्नी से मुलाकात कर उनकी आपबीती सुनी और उन्हें गले लगाकर ढांढस बंधाया। शुभम की दो महीने पहले ही शादी हुई थी, जिससे पूरे शहर का जनमानस दुख और आक्रोश में डूबा है।

मुख्यमंत्री योगी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए आतंकियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “यह घटना क्रूर, वीभत्स और कायराना है, जो बताती है कि आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। भारत सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। आतंक के इन विषैले फनों को अब पूरी ताकत से कुचला जाएगा।” उन्होंने कहा कि जो लोग इस साजिश का हिस्सा हैं, उन्हें ऐसा दंड मिलेगा कि देश उसका साक्षी बनेगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि डबल इंजन की सरकार किसी भी आतंकी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने शुभम को “देश का लाल” बताते हुए कहा कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आतंकवाद और उग्रवाद का सफाया करने के लिए पूरी तरह तैयार है। बुधवार को हुई CCS बैठक में लिए गए कड़े निर्णयों और गृह मंत्री द्वारा घटनास्थल के दौरे को इसका प्रमाण बताया।

राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद रमेश अवस्थी, मंत्री प्रतिभा शुक्ला समेत स्थानीय विधायक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुभम के अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया को राजकीय सम्मान के साथ संपन्न कराया गया।

आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि पहलगाम की यह घटना न सिर्फ उत्तर प्रदेश या भारत, बल्कि पूरी दुनिया के सभ्य समाज पर हमला है। निर्दोष पर्यटकों को सिर्फ उनकी पहचान पूछकर निशाना बनाना, बहनों के सामने उनके सिंदूर का अपमान करना – यह सभ्यता को चुनौती है, और इसका जवाब अब निर्णायक होगा।

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