गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग को नेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल सोशल वर्कर्स इन इंडिया (NAPSWI) से संस्थागत सदस्यता प्राप्त हुई, जिससे विश्वविद्यालय को भारतीय राष्ट्रीय समाज कार्य सम्मेलन आयोजित करने का अधिकार मिला। यह सदस्यता विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ, जब उसे नेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल सोशल वर्कर्स इन इंडिया (NAPSWI) द्वारा संस्थागत सदस्यता प्रदान की गई। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि अब उसे भारतीय राष्ट्रीय समाज कार्य कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का विशेष अधिकार प्राप्त हो गया है। यह सम्मेलन समाज कार्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी संगोष्ठी मानी जाती है, जो हर साल आयोजित होती है और समर्पित पेशेवरों और शिक्षाविदों के बीच ज्ञान और विचारों का आदान-प्रदान होता है।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को NAPSWI/INST/3030 के क्रमांक के साथ यह प्रतिष्ठित सदस्यता प्राप्त हुई है, जिससे विश्वविद्यालय का मान और प्रतिष्ठा दोनों बढ़े हैं। इस उपलब्धि से न केवल विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग को सम्मान प्राप्त हुआ है, बल्कि यह विभाग समाज कार्य के क्षेत्र में अपनी भूमिका और प्रभाव को और मजबूत करेगा।

इस खुशी के अवसर पर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए समाज कार्य विभाग की इस उपलब्धि के लिए विभागाध्यक्ष डॉ. ऐ पी सिंह और सभी संकाय सदस्यों की सराहना की। उन्होंने इस सफलता को विभाग के निरंतर प्रयासों और समर्पण का परिणाम बताया। वहीं, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने इसे समाज कार्य विभाग के विकास और इसकी व्यापक मान्यता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
समाज कार्य विभाग के लिए इस सदस्यता प्राप्ति की प्रक्रिया का मार्गदर्शन मानवीकी और सामाजिक विभाग की अधिष्ठाता प्रोफेसर बंदना पांडे ने किया, जिनके नेतृत्व में यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हुई। उनके अथक प्रयासों और मार्गदर्शन के कारण ही गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को यह महत्वपूर्ण सदस्यता प्राप्त हो पाई।
इस अवसर पर, नेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल सोशल वर्कर्स इन इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर संजय भट्ट ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को इस प्रतिष्ठित सदस्यता मिलने पर बधाई दी और इसे समाज कार्य के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की भूमिका को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
यह न केवल गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि समाज कार्य के क्षेत्र में काम करने वाले सभी समर्पित पेशेवरों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनता है। अब यह विश्वविद्यालय समाज कार्य के क्षेत्र में और अधिक सक्रियता के साथ अपनी भूमिका निभा सकेगा, और आने वाले समय में समाज कार्य के क्षेत्र में नई दिशा और प्रगति की ओर कदम बढ़ाएगा।
क्या यह उपलब्धि समाज कार्य विभाग के लिए भविष्य में और भी बड़ी सफलता के द्वार खोलेगी? क्या यह नए युग की शुरुआत होगी, जिसमें गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय समाज कार्य के क्षेत्र में अपनी अहम जगह बनाएगा? इसका जवाब समय ही देगा!

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