गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) को 2024 के *"सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय"* का खिताब मिला है। इस सम्मान को विश्वविद्यालय ने अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान, और नेतृत्व में अभूतपूर्व उपलब्धियों के लिए हासिल किया। 18 जनवरी 2025 को बेंगलुरु में आयोजित *एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड्स एंड समिट* में यह पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा, जीबीयू ने कई अन्य प्रमुख रैंकिंग, पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए, जिसमें *सीएसआर टॉप यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया* और *इंजीनियरिंग रैंकिंग 2024* में पांचवां स्थान शामिल है। विश्वविद्यालय ने तकनीकी, अनुसंधान, और छात्र उपलब्धियों के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) ने वर्ष 2024 में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। इस वर्ष, विश्वविद्यालय ने शिक्षा, अनुसंधान, और नेतृत्व में शानदार उपलब्धियों के साथ अपनी स्थिति को मजबूत किया और अकादमिक जगत में एक नया मानक स्थापित किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस संस्थान को "वर्ष 2024 का सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय" के रूप में सम्मानित किया गया है।
18 जनवरी 2025 को, बेंगलुरु में आयोजित एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड्स एंड समिट में जीबीयू को यह अद्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप में स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी की विभागाध्यक्ष, डॉ. विदुषी शर्मा ने इसे ग्रहण किया।
लेकिन यह सिर्फ एक पुरस्कार नहीं है, बल्कि यह उस संघर्ष, समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतीक है, जिसने इस विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नए ऊंचाई पर पहुंचाया। 2024 में जीबीयू ने शिक्षा के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक मुकाम हासिल किए। यह वही विश्वविद्यालय है, जिसने सीएसआर टॉप यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया पुरस्कार, इंजीनियरिंग रैंकिंग 2024 में पांचवां स्थान, और एशिया एजुकेशन रिव्यू द्वारा टॉप 10 विश्वविद्यालयों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज किया।
यही नहीं, विश्वविद्यालय ने भारत में सर्वश्रेष्ठ एआई संस्थानों की रैंकिंग में भी तीसरा स्थान हासिल किया। इस वर्ष सीएसआर-बी स्कूल सर्वेक्षण 2024 में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट को भारत के शीर्ष सरकारी बिजनेस स्कूलों में पांचवां स्थान प्राप्त हुआ। और तो और, विश्वविद्यालय के कैंपस को ‘ईट राइट कैंपस’ के खिताब से भी नवाजा गया।
इस साल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवीन्द्र कुमार सिन्हा को भी अकादमिक जगत में अपनी छाप छोड़ने के लिए ‘20 सबसे प्रभावशाली कुलपति’ के रूप में सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी कई बड़े अवार्ड्स और सम्मान प्राप्त किए हैं, जैसे कि साइको ओरेशन अवार्ड-2024, राजेन्द्र यादव हंस सम्मान 2024, कॉपीराइट अवार्ड 2023-24, और श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको युवा साहित्य सम्मान-2024।
लेकिन यह सब सिर्फ पुरस्कारों तक सीमित नहीं है। जीबीयू के फैकल्टीज़ ने मनोविज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में अद्वितीय अनुसंधान किया है, और विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान बनाई है। एनसीसी के कैडेट्स ने सेना के विभिन्न पदों पर चयन प्राप्त किया है, वहीं सचिन सिंह और आशीष राघव ने टीसीएस कोडविटा प्रतियोगिता में वैश्विक स्तर पर जबरदस्त रैंक हासिल की है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 में विश्वविद्यालय की टीम ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जो विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता का प्रतीक है।
इसके अलावा, विश्वविद्यालय के एप्लाइड फिजिक्स विभाग ने क्वांटम कंप्यूटिंग पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया, और स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।
सभी इन उपलब्धियों के पीछे जीबीयू का उद्देश्य एक ही है – नवाचार, उत्कृष्टता और नेतृत्व के क्षेत्र में नई दिशा देना। आज, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय एक प्रेरणा बन चुका है, जो न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में उच्च शिक्षा के नए मानक स्थापित कर रहा है।
क्या ये अवार्ड्स और सम्मान सिर्फ शुरुआत हैं? क्या भविष्य में यह विश्वविद्यालय और भी ऊंचाइयों तक पहुंचेगा? यह समय ही बताएगा, लेकिन यह तो तय है कि जीबीयू अब उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर बन चुका है!

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