"निसंकोच कराएं इलाज, सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है" - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
जनता दर्शन में 200 से अधिक लोगों से की मुलाकात, गंभीर रोगियों को इलाज के लिए हरसंभव सहायता का दिया आश्वासन
गोरखपुर, 18 जून 2025।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर प्रवास के दौरान गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में भाग लेते हुए आमजन की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें त्वरित समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि किसी भी जरूरतमंद को इलाज के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, सरकार हर हाल में उसकी सहायता करेगी। विशेष रूप से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को मुख्यमंत्री ने निश्चिंत होकर बेहतर से बेहतर अस्पताल में इलाज कराने का परामर्श दिया और कहा कि सरकार इलाज का पूरा खर्च वहन करने को तैयार है।
गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागार में वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए यह आयोजन संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने करीब 200 नागरिकों से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देशित किया। उन्होंने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर समस्या का गंभीरतापूर्वक, संवेदनशीलता और त्वरितता के साथ समाधान सुनिश्चित किया जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार न हो।
बीमारियों से जूझ रहे नागरिकों को सरकार का भरोसा
जनता दर्शन में बड़ी संख्या में लोग गंभीर रोगों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने न केवल उनकी बात ध्यान से सुनी, बल्कि उन्हें भावनात्मक संबल भी दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन मरीजों के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड नहीं है, उनके इलाज के अनुमान (एस्टिमेट) की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कर शासन को भेजा जाए ताकि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके।
मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार किसी भी नागरिक के इलाज में आर्थिक अभाव को बाधा नहीं बनने देगी। उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर से इलाज का विस्तृत इस्टीमेट मंगवाकर संबंधित प्रक्रिया पूरी कराई जाए, जिससे पात्रता की जांच के बाद तुरंत मदद की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि हर पात्र नागरिक का आयुष्मान कार्ड बनाना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए, जिससे भविष्य में किसी को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहना पड़े।
जनता से जुड़ाव और प्रशासन को निर्देश
जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने एक-एक व्यक्ति से बात कर उनकी व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक और प्रशासनिक समस्याओं को जाना। हर पीड़ित व्यक्ति के हाथ से आवेदन पत्र लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारी को सौंपा और व्यक्तिगत रूप से समाधान की निगरानी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जनता की समस्याओं के समाधान में संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही या टालमटोल की प्रवृत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने दोहराया कि शासन का उद्देश्य है कि हर नागरिक को न्याय मिले और उसकी समस्या का समाधान सम्मानजनक रूप से हो।
भूमि विवाद और दबंगई पर सख्त रुख
मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में यह भी स्पष्ट किया कि यदि कहीं पर कोई व्यक्ति भूमि कब्जा, दबंगई या अवैध तरीके से संपत्ति पर नियंत्रण की कोशिश कर रहा है, तो ऐसे मामलों में प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कानून का सख्ती से पालन किया जाए और पीड़ित पक्ष को न्याय मिले।
पारिवारिक विवादों के संदर्भ में उन्होंने अधिकारियों को सुझाव दिया कि दोनों पक्षों को साथ बैठाकर पारस्परिक संवाद के माध्यम से समाधान निकालने को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि सामाजिक ताने-बाने को मजबूत बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि विवादों को शांति और समझदारी से सुलझाया जाए।
संवेदनशील प्रशासन की दिशा में पहल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन को केवल समस्याओं की सूची सुनने का माध्यम नहीं, बल्कि उसे जनता से सीधे संवाद और भरोसे के निर्माण का अवसर बताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नागरिकों की हर समस्या को व्यक्तिगत संवेदनशीलता और दायित्वबोध के साथ लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की प्राथमिकता है कि जनता की सेवा बिना भेदभाव और विलंब के हो।
उन्होंने कहा, "हर समस्या का समाधान संभव है, बशर्ते हम गंभीरता और प्रतिबद्धता से प्रयास करें। जनता के भरोसे को बनाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।"
नारी सम्मान और सामाजिक न्याय पर विशेष ध्यान
इस बार जनता दर्शन में कई महिलाएं भी अपनी पारिवारिक, चिकित्सा और संपत्ति संबंधी समस्याएं लेकर आईं। मुख्यमंत्री ने विशेष संवेदनशीलता के साथ उनकी बात सुनी और उन्हें हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। एक महिला को आत्मीयता से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "डॉक्टर से इस्टीमेट बनवा लीजिए, इलाज में सरकार आपकी पूरी मदद करेगी। चिंता मत कीजिए।"
समापन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह जनसंपर्क कार्यक्रम उनकी उस नीतिगत प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें सरकार जनता के द्वार पर, उनके साथ खड़ी है। स्वास्थ्य, न्याय, सामाजिक सुरक्षा और प्रशासनिक पारदर्शिता—इन चारों मोर्चों पर उनका यह संवाद और कार्यशैली शासन की मानवीयता को उजागर करती है।
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