UP उपचुनाव में बवाल के बीच सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई की। कई पुलिस कर्मियों को हटाया गया और मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के निर्देश दिए गए।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों पर उपचुनाव के दौरान वोटिंग प्रक्रिया हंगामे और बवाल से घिर गई। कई इलाकों में तनावपूर्ण माहौल के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग से गंभीर शिकायत की कि कुछ समुदाय विशेष को मतदान से रोका जा रहा है। इसके बाद केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई जिलों के पुलिस कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया।
सपा की शिकायत से गरमाया माहौल
सपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कानपुर, मुजफ्फरनगर, और मुरादाबाद समेत कई जिलों में कुछ समुदाय विशेष के लोगों को मतदान से रोका जा रहा है। जैसे ही यह शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार तक पहुंची, आयोग तुरंत हरकत में आ गया।
चुनाव आयोग का सख्त रुख
राजीव कुमार ने सभी संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिए कि मतदान निष्पक्ष और सुचारू रूप से हो। आयोग ने स्पष्ट किया कि किसी भी योग्य मतदाता को मतदान से रोकने की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिकायत मिलने के बाद कानपुर, मुजफ्फरनगर, और मुरादाबाद जिलों में कई पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया। साथ ही चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
मीरापुर में पथराव और तनाव
मुजफ्फरनगर के मीरापुर के काकरोली क्षेत्र में स्थिति और बिगड़ गई जब बस स्टैंड के पास पुलिस टीम पर छतों से पथराव किया गया। इससे पहले किसान इंटर कॉलेज में कई लोगों ने आरोप लगाया कि आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें वोट डालने से रोका गया।
आक्रोशित लोग बस स्टैंड पर इकट्ठा हो गए और अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे। इसी दौरान पुलिस फोर्स जब वहां से गुजरी, तो छतों से पथराव शुरू हो गया। इस घटना में सिपाही विक्रांत घायल हो गए।
आयोग ने दी कड़ी चेतावनी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, "किसी भी प्रकार का पक्षपात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई दोषी पाया गया, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
चुनाव के बीच उठे सवाल
यह घटना न सिर्फ उपचुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करती है, बल्कि चुनाव आयोग की सक्रियता और सख्ती को भी दर्शाती है। इस तनावपूर्ण माहौल में यह देखना होगा कि क्या आने वाले समय में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सकेगी या नहीं।
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