उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस इस बार एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंच चुका है। 24 से 26 जनवरी तक अवध शिल्पग्राम में आयोजित होने वाले इस समारोह में प्रदेश की समृद्ध विरासत और विकास की अद्वितीय झलक देखने को मिलेगी। यहां पर एक तरफ प्रदेश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पर्यटन की अनकही कहानियाँ उभर कर सामने आएंगी, वहीं दूसरी तरफ छह ऐसे महान व्यक्तित्वों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण कार्य किए हैं।
उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान: सम्मानित होंगे छह विशिष्ट लोग
उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान इस बार छह ऐसे लोगों को मिलेगा जिन्होंने अपने कार्यों से राज्य की असल पहचान को दुनिया के सामने रखा है। इस सम्मान के तहत इन्हें 11 लाख रुपये, एक अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र मिलेगा। इन छह सम्मानित व्यक्तित्वों में शामिल हैं - वाराणसी के कृष्णकांत शुक्ला (भौतिक विज्ञान, संगीतकार, कवि), वृंदावन मथुरा के हिमांशु गुप्ता (उद्यमी-पर्यावरणविद), कानपुर के मनीष वर्मा (कृषि-दलित उद्यमी), बुलंदशहर की कृष्णा यादव (महिला उद्यमी), बुलंदशहर के कर्नल सुभाष देशवाल (कृषि-उद्यम) और बहराइच के डॉ जय सिंह (केला उत्पादन)। इन सभी ने अपने कार्यों से राज्य को नई दिशा दी है और प्रदेश के विकास में अहम योगदान दिया है।
स्थापना दिवस के दौरान भव्य आयोजन
प्रदेश के स्थापना दिवस के इस तीन दिवसीय आयोजन का विषय 'विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश' रखा गया है। यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करेगा, बल्कि यह प्रदेश के विकास की दिशा और संस्कृति की ताकत को भी सामने लाएगा।
इस मौके पर जहां एक ओर विरासत और विकास पर आधारित प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, वहीं दूसरी ओर 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर युवा पर्यटन क्लब के सदस्यों द्वारा पेंटिंग, रील्स और पर्यटन प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन में शामिल होंगी लघु फिल्में
इस दौरान आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन पर आधारित लघु फिल्में भी प्रस्तुत की जाएंगी, जिनमें पर्यटन क्लब के सदस्यों की गतिविधियाँ और प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यों को प्रमुख रूप से दिखाया जाएगा।
राजभवन में कला और संस्कृति के क्षेत्र में सम्मानित हस्तियाँ
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर संस्कृति और कला जगत से जुड़ी प्रतिष्ठित हस्तियों को राजभवन में सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भी इस सम्मान से नवाजी जाएंगी।
इस आयोजन का उद्देश्य केवल प्रदेश के विकास और विरासत को प्रदर्शित करना ही नहीं है, बल्कि उन सभी व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित करना भी है जिन्होंने उत्तर प्रदेश को अपनी मेहनत और कड़ी लगन से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
उत्तर प्रदेश के गौरव की ओर एक कदम और बढ़ता हुआ
उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस इस बार सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि यह एक ऐसा मंच साबित होगा जहां राज्य की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर और नवाचार की यात्रा की एक नई दिशा तय की जाएगी।
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