वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर 200 बाइकों के जलने की घटना में शॉर्ट सर्किट और साजिश की आशंका जताई जा रही है। फोरेंसिक जांच से घटना की सच्चाई का पता चलेगा।
वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात लगभग डेढ़ बजे एक भयंकर आग की घटना में 200 से अधिक बाइक्स जलकर राख हो गईं। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है, लेकिन रेलवे प्रशासन ने इस घटना को लेकर साजिश की आशंका भी जताई है। इस बीच, फोरेंसिक टीम घटना स्थल पर पहुंचकर जांच में जुटी है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि आग कैसे लगी और क्या इसमें कोई बाहरी हस्तक्षेप था।
रेल अधिकारियों का कहना है कि जब शॉर्ट सर्किट होता है, तो उनकी आपूर्ति स्वतः बंद हो जाती है, लेकिन शुक्रवार रात ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके कारण यह सवाल उठना लाजिमी है कि आग कैसे फैल गई। इसके अलावा, पिछले कुछ महीनों में देशभर में ट्रेन पलटाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, और अब रेल प्रशासन का मानना है कि इस आग की घटना को भी इसी संदर्भ में देखा जा सकता है।
फोरेंसिक जांच से अधिक तथ्य सामने आ सकते हैं, क्योंकि अलग-अलग बाइकों की चेकिंग से यह पता चल सकता है कि आखिर क्यों चेसिस नंबर तक जल गए। आग की लपटें इतनी भयंकर थीं कि पेट्रोल से भरी बाइकों में आग बुझाने में ढाई घंटे से अधिक का समय लग गया, और एक बार फिर तीन घंटे बाद आग भड़क उठी।

इसी बीच, चंदौली निवासी रेल कर्मचारी फहीम अहमद और दीपक, जिनकी बाइक्स इस घटना में जल गईं, बेहद दुखी नजर आए। दोनों ने बताया कि ये बुलेट बाइक उनके दोस्ती की निशानी थीं और उन्होंने एक साथ इन्हें खरीदी थीं। अब वे दोबारा एक साथ नई बुलेट खरीदने की योजना बना रहे हैं।
सिगरा थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, और एडीआरएम लालजी चौधरी ने घटना की सही वजह जानने के लिए चार अधिकारियों की टीम गठित की है। इस घटना को लेकर रेल प्रशासन ने उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आग एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई साजिश थी।
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