स्पार्क मिंडा फाउंडेशन ने उत्तराखंड में दिव्यांगों और जरूरतमंद युवाओं के लिए नया कौशल विकास केंद्र और डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस शुरू की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका उद्घाटन किया। फाउंडेशन का लक्ष्य 1000 युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
देश की अग्रणी ऑटोमोटिव कंपनी स्पार्क मिंडा ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत उत्तराखंड राज्य में नई मानवता की मिसाल पेश की है। फाउंडेशन ने उत्तराखंड सरकार के सहयोग से ऊधम सिंह नगर जिले में दिव्यांग सशक्तिकरण कौशल विकास केंद्र और डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस की शुरुआत की है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते मंगलवार को किया। इस अवसर पर स्पार्क मिंडा फाउंडेशन की चेयरपर्सन सारिका मिंडा भी उपस्थित रहीं।
नोएडा मीडिया क्लब में प्रेसवार्ता के दौरान कंपनी के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एवं ग्रुप हेड (सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी) प्रवीन कर्ण ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग और जरूरतमंद युवाओं को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र में युवाओं को बेसिक कंप्यूटर, टैली, और जीएसटी जैसे विषयों में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद उन्हें रोजगार सहायता और मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा।
स्पार्क मिंडा फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक डिजिटल शिक्षा पहुंचाने का कार्य करेगी।
इससे पहले यह कार्यक्रम गौतमबुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश) में भी सफलतापूर्वक चलाया गया था, जिससे 1500 से अधिक युवाओं को लाभ मिला है। अब फाउंडेशन का लक्ष्य है कि इस नई पहल के माध्यम से 1,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जाए।
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