भारतीय रेलवे पर 1 से 15 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा अभियान जारी। स्टेशनों पर गहन सफाई, प्लास्टिक बोतल क्रशर और शून्य अपशिष्ट प्लेटफॉर्म की ओर पहल।
भारतीय रेलवे पर इस वर्ष 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर, 2025 तक “स्वच्छता पखवाड़ा” अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल यात्रियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाना भी है।
आज इस अभियान के अंतर्गत देशभर के रेलवे स्टेशनों पर गहन सफाई का विशेष आयोजन किया गया। इसमें नालियों और शौचालयों की सफाई पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही यात्रियों और स्थानीय लोगों को गीले और सूखे कचरे के पृथक्करण के लिए अलग-अलग रंग के कूड़ेदानों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस पहल के तहत प्रमुख स्टेशनों पर प्लास्टिक बोतल क्रशर मशीनें लगाई गई हैं, ताकि फेंके गए प्लास्टिक बोतलों से नालियाँ या पानी के आउटलेट जाम न हों। इसके अतिरिक्त, स्टेशनों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए यात्रियों और विक्रेताओं को जागरूक किया गया तथा प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए।

अभियान के दौरान रेलवे ने “शून्य अपशिष्ट प्लेटफॉर्म” सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है। इसका अर्थ है कि स्टेशन परिसर में कोई भी कचरा इधर-उधर न फैले और सभी कचरे का पृथक्करण कर उसका सही ढंग से निस्तारण किया जाए। यात्रियों को इस अभियान का हिस्सा बनाने के लिए विभिन्न स्टेशनों पर जागरूकता रैली, पोस्टर और घोषणाओं के माध्यम से संदेश प्रसारित किए गए।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान महज सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य दीर्घकालिक स्वच्छता संस्कृति विकसित करना है। स्वच्छता पखवाड़ा 2025 के तहत चलाए जा रहे प्रयासों से यात्रियों को अधिक साफ और सुविधाजनक वातावरण मिलेगा तथा रेलवे स्टेशनों की छवि और भी बेहतर होगी।
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