भारत का गणतंत्र दिवस 2025 इस बार इतिहास में अपनी विशेष छाप छोड़ने वाला है, क्योंकि कर्तव्य पथ पर सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का एक शानदार संगम देखने को मिलेगा। इस वर्ष की परेड में खास फोकस संविधान की स्थापना के 75 वर्षों और देशवासियों की बढ़ती जन भागीदारी पर रहेगा, जो देश की सामाजिक और राजनीतिक परिपक्वता को दर्शाएगा।
इस भव्य मौके पर, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि होंगे, और उनकी उपस्थिति परेड की आभा को और भी बढ़ाएगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बार परेड में इंडोनेशिया का 160 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 190 सदस्यीय बैंड दल भी शामिल होंगे, जो अंतरराष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनेंगे।
गणतंत्र दिवस की परेड का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ होगा, जिसके बाद राष्ट्रपति एक पारंपरिक बग्गी में कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे और शानदार मार्च पास्ट में भाग लेंगे। इस परेड में भारतीय सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों, नागरिक सहायक बलों, एनसीसी और एनएसएस के दलों का हिस्सा होगा।
इस परेड के दौरान भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन तो होगा ही, लेकिन साथ ही यह अवसर देश की सांस्कृतिक धरोहर, विविधता और राष्ट्रीय एकता को भी प्रदर्शित करेगा। भारत का गणतंत्र दिवस 2025 न केवल सैन्य शक्ति का परिचय कराएगा, बल्कि एकता और विविधता के महत्व को भी पूरे विश्व के सामने लाएगा।
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