11 जून 2025
तमिल सिनेमा के सुपरस्टार और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता धनुष एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनकी आगामी फिल्म ‘कुबेरा’ (Kubera) के प्रमोशनल इवेंट के दौरान एक ऐसा पल सामने आया जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। दरअसल, जब धनुष से इवेंट के दौरान हिंदी में बातचीत करने को कहा गया, तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा – “Hindi
theriyadhu, Tamil pesuven”, जिसका अर्थ है – “मुझे हिंदी नहीं आती, मैं तमिल बोलूंगा।”
क्या हुआ इवेंट में?
चेन्नई में आयोजित 'कुबेरा' के प्रमोशनल इवेंट में दक्षिण भारत के कई बड़े फिल्म पत्रकार और फिल्म इंडस्ट्री के सदस्य शामिल हुए थे। मंच पर जब एक हिंदी मीडिया रिपोर्टर ने धनुष से फिल्म और उनके किरदार को लेकर हिंदी में सवाल पूछा, तो धनुष मुस्कुराते हुए बोले – “Sorry,
Hindi theriyadhu… Tamil pesuven.”

इस बयान को सुनकर कई दर्शकों ने ताली बजाई, जबकि सोशल मीडिया पर इसका मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। कुछ लोग जहां इसे उनकी भाषाई सादगी और ईमानदारी कह रहे हैं, वहीं कुछ आलोचक सवाल उठा रहे हैं कि देश के एक बड़े अभिनेता को हिंदी न आना और सार्वजनिक मंच पर हिंदी को लेकर ऐसा रुख अपनाना क्या सही है?
धनुष की भाषा पर स्पष्टता
यह कोई पहली बार नहीं है जब धनुष ने अपने हिंदी ज्ञान पर ऐसा वक्तव्य दिया हो। पहले भी कई इंटरव्यूज़ में वह यह स्वीकार कर चुके हैं कि उन्हें हिंदी बोलने में सहजता नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि वह इसे सीखने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि धनुष ने 'रांझणा' (2013) और 'अतरंगी रे' (2021) जैसी हिंदी फिल्मों में शानदार अभिनय किया है। रांझणा में उनकी भूमिका को दर्शकों ने बहुत पसंद किया था और यह फिल्म हिंदी पट्टी में काफी सफल रही थी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
धनुष के इस बयान के बाद ट्विटर (अब एक्स) और इंस्टाग्राम पर #HindiTheriyadhu
ट्रेंड करने लगा। लोग दो गुटों में बंट गए हैं –
समर्थन में प्रतिक्रियाएं:
- "धनुष का जवाब स्पष्ट और ईमानदार था। किसी भाषा को न जानना कोई अपराध नहीं है।"
- "उन्हें अपनी मातृभाषा में बात करने का अधिकार है, और यह उनकी पसंद है।"
आलोचना में प्रतिक्रियाएं:
- "जब आप राष्ट्रीय मंच पर फिल्म प्रमोट कर रहे हैं, तो हिंदी जैसी सर्वसामान्य भाषा में संवाद क्यों नहीं करते?"
- "ये व्यवहार हिंदीभाषी दर्शकों के लिए अपमानजनक है, जो धनुष की फिल्मों को सपोर्ट करते हैं।"
भारत में भाषाई विविधता गर्व का विषय है, लेकिन समय-समय पर यह विवाद का कारण भी बन जाती है। दक्षिण भारत में विशेषकर तमिलनाडु में हिंदी भाषा को लेकर एक अलग ही सोच रही है। तमिल भाषा को वहां की संस्कृति और अस्मिता से जोड़ा जाता है। कई बार राजनीतिक दल भी हिंदी को थोपे जाने के विरुद्ध आवाज़ उठाते रहे हैं।
धनुष का यह बयान भी इसी पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है। हालांकि उन्होंने न तो हिंदी का अपमान किया और न ही किसी प्रकार की राजनीतिक टिप्पणी की, लेकिन वर्तमान में जब भारतीय सिनेमा हिंदी दर्शकों पर काफी निर्भर हो चुका है, तो ऐसे बयानों को गलत तरीके से लिया जाना स्वाभाविक है।

फिल्म 'कुबेरा' की बात करें तो…
'कुबेरा' एक पैन इंडिया फिल्म है, जिसे चार भाषाओं – तमिल, तेलुगु, हिंदी और मलयालम में रिलीज़ किया जाएगा। इसमें धनुष के साथ रश्मिका मंदाना और नागा चैतन्य भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म को तेलुगु सिनेमा के प्रसिद्ध निर्देशक शेखर कम्मुला ने निर्देशित किया है।
फिल्म की कहानी एक सामाजिक सन्देश और ड्रामा से भरपूर है, जिसमें धनुष का किरदार एक चौंकाने वाली सामाजिक परिघटना से जूझता दिखता है।
धनुष ने पहले भी कहा था कि वे हिंदी समझ सकते हैं, लेकिन बोलने में सहज नहीं हैं। हालांकि, हिंदी दर्शकों के लिए काम करना उन्हें पसंद है और वे भाषा को सीखने का प्रयास कर रहे हैं। यह भी ध्यान देने योग्य है कि कई दक्षिण भारतीय अभिनेता जैसे – अल्लू अर्जुन, जूनियर एनटीआर, रामचरण और प्रभास – हिंदी सीखकर पूरे भारत में अपनी फिल्मों को प्रमोट करते हैं। ऐसे में दर्शकों को उम्मीद है कि धनुष भी भविष्य में हिंदी को लेकर लचीलापन दिखाएंगे।
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