हार्टफुलनेस गाजियाबाद ने एकात्म अभियान के तहत एक खास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं, किसानों और ग्रामीणों को बायोचार, पंचगव्य, दिव्य जननी और ब्राइटर माइंड्स जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से खेती, स्वास्थ्य और शिक्षा की उपयोगी जानकारी दी गई।
गाजियाबाद में 13 अप्रैल 2025 को एक बहुत ही खास कार्यक्रम हुआ। हार्टफुलनेस गाजियाबाद ने "एकात्म अभियान" के तहत एक ऐसा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें गांव की ज़रूरतों और समस्याओं को समझते हुए, लोगों को नई जानकारी और समाधान दिए गए।
इस कार्यक्रम में 300 से ज्यादा लोग शामिल हुए—जैसे कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहनें, किसान और ग्रामीण महिलाएं। इन सभी को खेती, सेहत और बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी कई उपयोगी बातें सिखाई गईं।

कार्यक्रम की शुरुआत जिले के अधिकारियों का सम्मान करके हुई। डीपीआरओ श्री प्रदीप द्विवेदी और गाजियाबाद के चार ब्लॉकों के बीडीओ (राजापुर, मुराद नगर, भोजपुर, लोनी) भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
हार्टफुलनेस सेंटर के प्रभारी श्री प्रदीप गुप्ता ने सभी मेहमानों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस मौके पर नया बना ध्यान हॉल भी खोला गया, जहां लोग आकर ध्यान और शांति का अनुभव कर सकेंगे।


कार्यक्रम में क्या सिखाया गया?
खेती को बेहतर बनाने के लिए बायोचार और पंचगव्य का इस्तेमाल कैसे करें—ये सुश्री गीता देशवाल और उनकी टीम ने बताया।
महिलाओं की सेहत के लिए दिव्य जननी कार्यक्रम के बारे में डॉ. अपर्णा और डॉ. मधुरिका ने समझाया।
बच्चों के दिमागी विकास और उनकी पढ़ाई में मदद करने वाले ब्राइटर माइंड्स कार्यक्रम को सुश्री प्रीति और अरुणा ने बच्चों के साथ मिलकर दिखाया।
वीडियो दिखाए गए, लाइव डेमो हुआ और सब कुछ इतने आसान तरीके से समझाया गया कि हर कोई खुद को इससे जुड़ा हुआ महसूस कर रहा था।
हर प्रतिभागी को एक बुकलेट और गाइड भी दी गई, जिसमें हार्टफुलनेस के सभी कार्यक्रमों की जानकारी और संपर्क नंबर दिए गए। इसे श्री प्रेम नारायण शर्मा और उनकी टीम ने तैयार किया।
कार्यक्रम के अंत में हार्टफुलनेस टीम ने जिला अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि वे मिलकर इन सभी पहलों को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे।
एकात्म अभियान का मकसद है—गांवों को आत्मनिर्भर बनाना, खेती को बेहतर करना और हर इंसान को सेहतमंद और जागरूक बनाना।
यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, यह बदलाव की शुरुआत थी।


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