प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन जोर-शोर से चल रहा है और इस विशेष धार्मिक आयोजन के छठे दिन शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं का संगम तट पर उमड़ने का अनुमान है। यह महाकुंभ, जो दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, अपने शाही स्नान और पवित्र उत्सवों के कारण आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस बीच, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे।
राजनाथ सिंह शनिवार को महाकुंभ के मेला क्षेत्र का दौरा करेंगे और संगम के पवित्र जल में स्नान करेंगे। उनके इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बनेगी अक्षय वट, पातालपुरी मंदिर, सरस्वती कुंड और हनुमान मंदिर जैसे प्रमुख स्थलों पर पूजा-पाठ। यह यात्रा महाकुंभ के भव्य आयोजन को और भी खास बना देगी, जहां श्रद्धालु आस्था और विश्वास से जुड़ी अपनी महत्वपूर्ण अनुष्ठानिक क्रियाओं को अंजाम देंगे।
महाकुंभ का यह धार्मिक उत्सव 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु पूरे देश और दुनिया से यहां आकर पवित्र 'अमृत स्नान' में भाग लेंगे। मकर संक्रांति पर पहला अमृत स्नान 14 जनवरी को हुआ था, जबकि दूसरा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर होगा और तीसरा 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन होगा।
महाकुंभ के आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 220 गोताखोरों की एक समर्पित टीम संगम पर तैनात की गई है, जो पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। 700 नावों के सहारे गोताखोर शिफ्ट में काम करते हुए निगरानी बनाए रखेंगे, ताकि कोई अप्रत्याशित घटना न हो। साथ ही, उत्तर प्रदेश सरकार ने आवास सुविधाओं में भी सुधार किया है, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर और सुरक्षित सुविधा मिल सके।
राजनाथ सिंह के दौरे के साथ ही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ में 18 जनवरी को दौरा करेंगे और सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे, खासकर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर।
महाकुंभ 2025, न सिर्फ एक धार्मिक यात्रा, बल्कि एक ऐतिहासिक क्षण है, जहां आस्था और विश्वास का अद्वितीय संगम देखने को मिलेगा।
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