ग्रेटर नोएडा में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) की स्थापना की योजना को लेकर इनवेस्ट यूपी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने महत्वपूर्ण बैठक की। इसका उद्देश्य मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए आधुनिक कारोबारी अवसंरचना तैयार करना है, जिससे ग्रेटर नोएडा को एक वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सके। नोएडा एयरपोर्ट की निकटता और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर इस परियोजना को नई ऊंचाई देने में सहायक होंगे। प्राधिकरण और अधिकारियों ने इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का भी निरीक्षण किया और यहां की सुविधाओं की सराहना की।
ग्रेटर नोएडा को ग्लोबल बिजनेस हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। यहां ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) स्थापित करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। इस योजना के तहत कई अंतरराष्ट्रीय और मल्टीनेशनल कंपनियों को एकीकृत और अत्याधुनिक कारोबारी ढांचा उपलब्ध कराया जाएगा।
इस संबंध में इनवेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद और एसीईओ शशांक चौधरी ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की। बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस, प्रेरणा सिंह, सुमित यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान प्राधिकरण द्वारा ग्रेटर नोएडा की मजबूत आधारभूत संरचना को लेकर प्रस्तुतीकरण भी दिया गया।

नोएडा एयरपोर्ट और निवेशकों के लिए बना आकर्षण का केंद्र
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल पर इस प्रोजेक्ट को लेकर विशेष रुचि दिखाई जा रही है। उनका मानना है कि जेवर एयरपोर्ट के संचालन से पहले ही ऐसे वैश्विक निवेशक केंद्र की नींव रखना ग्रेटर नोएडा को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर से जुड़ी नीति को मंजूरी दे चुकी है, जिससे इस प्रोजेक्ट को और गति मिली है।
इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का भी किया निरीक्षण
बैठक के उपरांत दोनों अधिकारियों ने इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (IITGNL) का भी निरीक्षण किया। वहां की औद्योगिक आधारभूत संरचना और सुविधाओं को देखकर उन्होंने उसकी सराहना की और इसे निवेश के लिए उपयुक्त स्थल बताया।
यह प्रयास ग्रेटर नोएडा को उत्तर भारत का एक प्रमुख ग्लोबल इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
COMMENTS