उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) में अनियमितताओं की जांच के लिए सतर्कता विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं। उप महाप्रबंधक प्रेम प्रकाश सिंह से जुड़े मामलों की गहन जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
मेरठ। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) में गड़बड़ी के आरोपों की जांच को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। मेरठ स्थित सतर्कता विभाग के पुलिस अधीक्षक ने एक आधिकारिक पत्र जारी करते हुए प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक (DGM) श्री प्रेम प्रकाश सिंह (पीपी सिंह) से संबंधित शिकायतों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। पत्र में श्री प्रेम प्रकाश सिंह की सेवा पुस्तिका (सर्विस रिकॉर्ड) और अन्य आवश्यक दस्तावेज सतर्कता विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, दस्तावेज उपलब्ध कराने वाले अधिकारी/कर्मचारी का नाम, पदनाम और मोबाइल नंबर भी साझा करने को कहा गया है। YEIDA के अनुसार प्रेम प्रकाश सिंह से संबंधित मांगे गए सर्विस रिकॉर्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज सतर्कता विभाग को भेज दिए गए हैं ।

सतर्कता विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह प्रकरण शासन से संबंधित है और इसमें प्राथमिकता के आधार पर सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इस कदम के जरिए सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्राधिकरण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में पहले भी वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक गड़बड़ियों के आरोप सामने आते रहे हैं। ऐसे में सरकार का यह कदम पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। जांच के नतीजों से पहले ही प्राधिकरण के कार्यों पर सतर्कता विभाग की विशेष निगरानी रखी जा रही है।
सतर्कता विभाग ने यह भी कहा है कि संबंधित अधिकारियों से तुरंत जानकारी उपलब्ध कराई जाए ताकि जांच प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जा सके। इस मामले में शासन की सक्रियता से यह साफ है कि सरकार प्राधिकरण के कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।
COMMENTS