अयोध्या में आज (11 जनवरी) से प्रभु श्रीराम के महाभिषेक का आयोजन धूमधाम से शुरू हो चुका है। यह आयोजन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले वार्षिकोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। एक ओर जहां लाखों भक्त रामलला के दर्शन के लिए लालायित हैं, वहीं दूसरी ओर अयोध्या का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, फिर भी श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं हुआ है।
रामलला के पंचामृत अभिषेक के साथ उनकी पूजा अर्चना शुरू की गई। दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से रामलला का पवित्र अभिषेक किया गया, फिर उन्हें गंगाजल से नहलाया गया। इस विशेष अवसर पर रामलला को पीतांबरी वस्त्र पहनाए गए, जिनकी बुनाई और कढ़ाई सोने-चांदी के तारों से की गई है, जिससे उनका रूप और भी भव्य और दिव्य हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जल्द ही राम मंदिर पहुंचकर रामलला की महाआरती करेंगे, जहां वह अपनी आस्था अर्पित करेंगे। इस महोत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि राम मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि भारत के समृद्धि और विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
भक्तों का आगमन देशभर के विभिन्न राज्यों से हो रहा है, जिसमें दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के लोग शामिल हैं। इस अद्भुत आयोजन में तकरीबन 2 लाख श्रद्धालुओं के रामलला के दर्शन करने की संभावना जताई जा रही है।
इस भव्य आयोजन में अयोध्या शहर की रौनक देखते ही बनती है, जहां विदेशी फूलों से राम मंदिर को सजाया गया है और एक बालक ने प्रभु श्रीराम का रूप धारण कर श्रद्धालुओं को चमत्कृत कर दिया है। इस वर्षगांठ पर, राम मंदिर को खास तौर पर सजाया गया है और भक्तों की श्रद्धा से पूरा वातावरण आस्थापूरित हो गया है।
रामलला के महाभिषेक के इस अद्भुत क्षण में, पूरी अयोध्या एक बार फिर प्रभु श्रीराम के पवित्र आशीर्वाद से सराबोर हो उठी है।