पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अदालत के आदेश पर लोधी एस्टेट में नया बंगला अलॉट किया गया। मायावती वाला बंगला उन्हें नहीं मिला, जो अब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के नाम है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल को अदालत के आदेश पर नया सरकारी बंगला अलॉट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद उन्हें लगभग एक साल तक नया आवास नहीं मिला था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत के आदेश के आधार पर केजरीवाल को लोधी एस्टेट स्थित टाइप VII बंगला नंबर 95 प्रदान किया गया है। अब वे और उनका परिवार इसी बंगले में रहेंगे।
AAP ने पहले केंद्र सरकार से 35, लोधी एस्टेट वाला बंगला मांगा था, जो पहले बसपा सुप्रीमो मायावती के उपयोग में था। हालांकि, यह बंगला जुलाई में ही केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को अलॉट कर दिया गया था।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल का दावा था कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते उन्हें सरकारी आवास मिलना चाहिए। इस आधार पर पार्टी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट ने AAP के पक्ष में आदेश दिया।
अब यह बंगला केजरीवाल के लिए सिर्फ एक निवास स्थल नहीं बल्कि राजनीतिक और प्रशासनिक महत्व का प्रतीक भी बन गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह अलॉटमेंट दिल्ली में राजनीतिक समीकरणों पर भी असर डाल सकता है, खासकर मायावती के बंगले के विकल्प नहीं मिलने के कारण।
इस मामले ने राजनीतिक हलकों में चर्चा बढ़ा दी है और अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि केजरीवाल इस नए बंगले में रहकर अपनी पार्टी और राजनीति को किस दिशा में ले जाएंगे।
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