नई दिल्ली, 11 जनवरी 2025: जब विश्वभर से खाद्य और पेय उद्योग के दिग्गज एकत्र हुए, तो एक ऐसा मंच बना, जिसने वैश्विक व्यापार और नवाचार के नए मानक स्थापित कर दिए। इंडसफूड मैन्युफैक्चरिंग 2025 का उद्घाटन संस्करण, जिसे इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड (IEML) और ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (TPCI) ने मिलकर आयोजित किया, एक शानदार सफलता की कहानी बन गई।
लेकिन क्या ऐसा कोई सपना था जो पहले कभी पूरा नहीं हुआ? भारत की राजधानी नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC – यशोभूमि), द्वारका में 9 से 11 जनवरी 2025 तक आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल व्यापारिक संबंधों को मज़बूती दी, बल्कि तकनीक, पैकेजिंग, सामग्री और आतिथ्य के क्षेत्र में भी नई क्रांति की शुरुआत की।
IEML की नेतृत्व क्षमता पर सवाल नहीं उठते: डॉ. राकेश कुमार के नेतृत्व में IEML ने यह साबित कर दिया कि वैश्विक स्तर पर भारतीय उद्योग की क्षमता और श्रेष्ठता का कोई मुकाबला नहीं। ग्रेटर नोएडा के अपने मुख्य स्थल से लेकर अन्य स्थानों तक इस कार्यक्रम का आयोजन IEML की संगठनीय उत्कृष्टता को उजागर करता है। 27,000 वर्ग मीटर में फैले प्रदर्शनी क्षेत्र ने 12,000 से अधिक आगंतुकों और 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों को आकर्षित किया। 300 प्रदर्शकों ने अत्याधुनिक तकनीक, मशीनरी और समाधानों का प्रदर्शन किया, जबकि शिखर सम्मेलन में 600 से अधिक प्रतिनिधियों ने खाद्य निर्माण के भविष्य पर गहन विचार-विमर्श किया।
कैसे बनी यह सफलता: आयोजकों ने 4 प्रमुख शो के माध्यम से उद्योग के विभिन्न पहलुओं को एक मंच पर लाया:
- इंडसफूड टेक – खाद्य प्रसंस्करण तकनीक की दुनिया।
- इंडसफूड पैकेजिंग – स्थायी और स्मार्ट पैकेजिंग समाधान।
- इंडसफूड इंग्रीडिएंट्स – खाद्य और पेय क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने वाले सामग्री।
- इंडसफूड हॉस्पिटैलिटी – आतिथ्य क्षेत्र के लिए आधुनिक समाधान।
डॉ. राकेश कुमार ने आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “यह आयोजन IEML के नवाचार और वैश्विक स्तर पर व्यापारिक संभावनाओं को बढ़ावा देने का स्पष्ट उदाहरण है। हम भारत को F&B क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वैश्विक साझेदारियों का निर्माण: इस आयोजन ने 18 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों को आकर्षित किया, जिनमें अल्जीरिया, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इज़राइल, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका जैसे देशों के लोग शामिल थे। इससे भारत को खाद्य और पेय क्षेत्र में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में मदद मिली।
IEML का परिवर्तनकारी योगदान: इस ऐतिहासिक आयोजन ने न केवल प्रदर्शकों और खरीदारों के लिए व्यापारिक अवसरों का द्वार खोला, बल्कि यह भारत की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति में भी अहम योगदान देगा। IEML की संगठनीय क्षमता और रणनीतिक दृष्टिकोण ने इसे MICE उद्योग में एक अग्रणी बना दिया है, जो आने वाले वर्षों में भारत के व्यापारिक landscape को बदलने की पूरी संभावना रखता है।