कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ वेब पोर्टल लॉन्च कर डिजिटल मतदाता सूची की मांग तेज की। कर्नाटक CEC ने राहुल गांधी को सबूत पेश करने का नोटिस भेजा। आज INDIA गठबंधन का संसद से चुनाव आयोग तक मेगा मार्च होगा।
कांग्रेस और INDIA गठबंधन ने चुनाव आयोग (ECI) के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ‘वोट चोरी’ मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। रविवार को कांग्रेस ने एक वेब पोर्टल लॉन्च किया, जहां समर्थक पंजीकरण कर डिजिटल मतदाता सूची की मांग के समर्थन में जुड़ सकते हैं। पंजीकरण के बाद प्रमाणपत्र जारी किया जाता है, जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अजय माकन के हस्ताक्षर होते हैं।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “वोट चोरी ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के सिद्धांत पर हमला है। पारदर्शी चुनाव के लिए साफ-सुथरी मतदाता सूची जरूरी है। निर्वाचन आयोग को डिजिटल सूची सार्वजनिक करनी चाहिए, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका ऑडिट कर सकें।” पोर्टल पर फोन और एसएमएस लिंक के जरिए भी पंजीकरण का विकल्प है, जिसे कई नेताओं और समर्थकों ने साझा किया।
उधर, कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEC) कार्यालय ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा है, जिसमें 7 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए आरोपों के सबूत मांगे गए हैं। आयोग ने ‘शकुन रानी’ मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने केवल एक बार मतदान किया, जबकि राहुल ने दो बार वोट डालने का दावा किया था।

आज राहुल गांधी के नेतृत्व में INDIA गठबंधन के सांसद संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक पैदल मार्च करेंगे और चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की कोशिश करेंगे। शाम को ताज पैलेस होटल में विपक्षी सांसदों की डिनर मीटिंग भी होगी, जिसमें बिहार में मतदाता सूची संशोधन और कथित धांधली पर रणनीति बनेगी।
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