आरोपियों ने राजा की गोली मारकर हत्या करने की योजना तैयार की थी. इसके लिए सोनम के प्रेमी आरोपी राज कुशवाह को पांच लाख रुपए दिए
इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का रहस्य: प्यार, साजिश और हत्या की दिल दहला देने वाली कहानीइंदौर के नामचीन कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या ने देशभर में सनसनी फैला दी है। शुरू में एक सामान्य हनीमून ट्रिप मानी जा रही यह यात्रा अब एक सुनियोजित और जघन्य मर्डर केस के रूप में सामने आई है। मामले में शामिल सोनम रघुवंशी – जो राजा की पत्नी है – और उसके कथित बॉयफ्रेंड राज कुशवाह समेत कुल पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे एक-एक कर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
पहला खुलासा: हत्या के लिए तीन प्लान
सूत्रों के अनुसार, सोनम ने राजा को खत्म करने के लिए तीन अलग-अलग योजनाएं बनाई थीं। पहला प्लान था उसे गोली मारना। इसके लिए सोनम ने राज कुशवाह को 5 लाख रुपये नकद दिए थे, जिससे उसने एक पिस्टल खरीदी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह पैसा सोनम ने खुद दिया था, हालांकि अभी तक पुलिस की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
दूसरा प्लान था — राजा को सेल्फी के बहाने किसी खाई में धक्का देना। और तीसरा प्लान था — धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या करना।
पहले दो प्रयास नाकाम रहे, लेकिन तीसरा प्रयास सफल रहा। तीन आरोपियों – आनंद कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल चौहान – ने मिलकर राजा पर हमला किया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। वहीं, सोनम मौके पर खड़ी रही और चिल्लाकर कहती रही, “मार डालो इसे।”
हत्या के बाद की क्रूरता
हत्या के बाद सोनम ने राजा के शव से उसका पर्स, सोने की चेन और अंगूठी निकाल ली। इसके बाद आरोपियों के साथ वह वहां से फरार हो गई और राजा के शव को एक गहरी खाई में फेंक दिया गया।
राजा का शव और आत्मसमर्पण
21 मई को दंपती शिलांग पहुंचे थे और उन्हें 22 मई से लापता बताया गया था। दो सप्ताह की तलाश के बाद 2 जून को राजा का शव बरामद हुआ। इसके बाद केस की दिशा पूरी तरह बदल गई और इसे एक मर्डर इन्वेस्टिगेशन घोषित किया गया।
7 जून की रात सोनम ने खुद शिलांग पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस जांच और तकनीकी साक्ष्य
शिलांग पुलिस की विशेष टीम अब इस हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है। सोनम के इंदौर स्थित घर से लेकर हत्याकांड के बाद गाजीपुर तक उसके पूरे सफर की मोबाइल लोकेशन ट्रैक की जा रही है। पुलिस इंदौर और मेघालय के विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा कर उनसे जुड़े लोगों से पूछताछ भी कर रही है।
वीडियो बने अहम सुराग
ब्लॉगर देव सिंह द्वारा इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए दो वीडियो इस केस में महत्वपूर्ण सबूत बनकर उभरे हैं। पहला वीडियो 16 मई को पोस्ट हुआ था जिसमें सोनम सफेद टी-शर्ट पहनकर राजा के आगे-आगे पहाड़ी चढ़ती दिख रही है। यही टी-शर्ट बाद में घटनास्थल के पास बरामद हुई।
दूसरे वीडियो में तीनों मुख्य आरोपी – आनंद, आकाश और विशाल – दंपती के पीछे-पीछे जाते नजर आए। इन वीडियो के आधार पर पुलिस ने इंस्टाग्राम को औपचारिक रूप से पत्र भेजकर विस्तृत जानकारी मांगी है।
मोबाइल फोन बने रहस्य की कुंजी
मामले में एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि राजा और सोनम के पास कुल चार मोबाइल फोन थे। इनमें से तीन फोन सोनम के थे। हत्या के बाद सोनम ने राजा का फोन तोड़कर फेंक दिया, जबकि उसके अपने तीनों मोबाइल अभी तक बरामद नहीं हुए हैं।
पुलिस का मानना है कि इन मोबाइल फोनों में हत्या की साजिश से जुड़े अहम चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स और लोकेशन डिटेल्स हो सकते हैं, जो केस को पूरी तरह सुलझा सकते हैं।
समाज और परिवार में गूंज
इंदौर के व्यापारी वर्ग और रघुवंशी परिवार के लिए यह हत्या एक बड़ा झटका है। जो व्यक्ति हाल ही में शादी कर अपने नए जीवन की शुरुआत करने निकला था, उसकी इस तरह बेरहमी से हत्या कर दी गई, वह समाज में रिश्तों की सच्चाई और विश्वास पर गहरे सवाल खड़े करता है।
सोनम और राजा की शादी को कुछ ही महीने हुए थे, और दोनों एक साथ हनीमून के बहाने असम और मेघालय घूमने निकले थे। लेकिन शायद राजा को अंदेशा नहीं था कि यह यात्रा उसकी अंतिम यात्रा बन जाएगी।
पुलिस की अगली कार्रवाई
फिलहाल पांचों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही सोनम के लापता मोबाइल और अन्य डिजिटल सबूत भी बरामद हो जाएंगे, जिससे साजिश की हर कड़ी जुड़ सकेगी।इस मामले में मेघालय पुलिस, इंदौर पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीमें काम कर रही हैं। सोशल मीडिया की डिजिटल गतिविधियों से लेकर बैंक ट्रांजेक्शन तक हर जानकारी को खंगाला जा रहा है।
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