शीघ्र और पारदर्शी हो जन समस्याओं का समाधान: गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर, 2 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इन समस्याओं के निराकरण में किसी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि जनसमस्याओं के समाधान में शीघ्रता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता का पालन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री मंगलवार के बाद बुधवार को भी गोरखपुर प्रवास के दौरान गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में उपस्थित थे, जहां उन्होंने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं और हर प्रकरण को गंभीरता से लेकर संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीब, असहाय, पीड़ित और शोषित वर्ग के साथ पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है और जनसेवा ही उनके शासन का मूल मंत्र है। उन्होंने अफसरों को चेताते हुए कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण में अगर कोई लापरवाही बरती गई, तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे।
जनता दर्शन में सीएम ने सुनीं 200 से अधिक लोगों की समस्याएं
गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में बुधवार सुबह आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री स्वयं आमजन के बीच पहुंचे। विशेष रूप से कुर्सियों पर बैठाए गए फरियादियों से वे एक-एक करके मिले, उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और उनसे सहानुभूतिपूर्वक संवाद किया। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने लगभग 200 लोगों से मुलाकात की और प्रत्येक को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
सीएम योगी ने मौके पर मौजूद प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनता से प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और उनके समाधान में किसी प्रकार की हीलाहवाली न हो। उन्होंने दोहराया कि हर समस्या का समाधान गुणवत्तापूर्ण, पारदर्शी और संतोषजनक ढंग से किया जाना चाहिए ताकि पीड़ित को न्याय का अनुभव हो।
गरीबों, बीमारों और पीड़ितों को मिला मुख्यमंत्री से भरोसा
जनता दर्शन में बड़ी संख्या में ऐसे लोग उपस्थित थे, जो इलाज के लिए आर्थिक सहायता की उम्मीद लेकर पहुंचे थे। इन लोगों की पीड़ा को समझते हुए मुख्यमंत्री ने न केवल उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना, बल्कि तत्काल संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि चिकित्सा सहायता से जुड़े इस्टीमेट (वित्तीय अनुमान) की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण कर शासन को भेजा जाए, ताकि आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब और असहाय रोगियों के इलाज के लिए हरसंभव मदद देने को तत्पर है और इसके लिए राज्य स्तर पर स्पष्ट व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी परिस्थिति में निराश न हों, सरकार उनके साथ खड़ी है।
ज़मीन पर अवैध कब्जों पर हो कठोर कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में आए कुछ फरियादियों की शिकायतों के आधार पर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी व्यक्ति की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को बख्शा न जाए। उन्होंने साफ कहा कि कमजोर, गरीब और असहाय लोगों को यदि जबरन उजाड़ने की कोशिश की जाती है, तो ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि भू-माफिया, दबंग और प्रभावशाली तत्वों द्वारा किसी भी तरह की जबरदस्ती या अतिक्रमण की घटनाओं को बर्दाश्त न किया जाए। जिलाधिकारी व पुलिस प्रशासन को सतर्क रहने और समय रहते कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
शासन की प्राथमिकता: ‘न्याय’ हर पीड़ित तक पहुंचे
सीएम योगी ने कहा कि “हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूलमंत्र पर काम कर रही है। जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेकर उनका समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार न हो।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित से जुड़े मामलों में अधिकारियों को संवेदनशीलता दिखाते हुए काम करना चाहिए और समस्याओं का समयबद्ध समाधान करना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रशासनिक मशीनरी को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाया जाए ताकि जन विश्वास बना रहे।
गोरखनाथ मंदिर परिसर बना जनसेवा का केंद्र
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर प्रवास पर होते हैं, तो गोरखनाथ मंदिर परिसर का ही एक हिस्सा जन समस्याओं के समाधान का मंच बन जाता है। यहां सुबह के समय जनता दर्शन कार्यक्रम में सीएम स्वयं उपस्थित रहते हैं और जनता की बात सुनकर संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश देते हैं। यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है और अब यह एक प्रभावी जनसंवाद का प्रतीक बन गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम योगी की यह पहल वास्तव में “जनता के मुख्यमंत्री” की छवि को सशक्त बनाती है, क्योंकि वे केवल आदेश नहीं देते बल्कि स्वयं हर मुद्दे को गंभीरता से सुनते हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह स्पष्ट संदेश है कि जन समस्याओं के समाधान में शीघ्रता और पारदर्शिता सर्वोपरि होनी चाहिए। जनता दर्शन जैसी पहलें न केवल जनसंवाद को मजबूत करती हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि शासन और जनता के बीच दूरी न रहे। मुख्यमंत्री के निर्देशों और उनके संवेदनशील व्यवहार से यह सिद्ध होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार वास्तव में ‘जनता की सरकार’ बनकर कार्य कर रही है, जहां हर व्यक्ति की बात सुनी जाती है और हर समस्या का समाधान प्राथमिकता पर होता है।
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