भारतीय वायुयान विधेयक-2024 ने 90 साल पुराने एयरक्राफ्ट एक्ट को बदल दिया। जानें इस विधेयक में क्या हैं बदलाव और विपक्ष के हिंदी नामकरण पर उठाए सवाल।
भारत के तेजी से उभरते विमानन क्षेत्र को और भी प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए आज राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक-2024 ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। यह विधेयक 90 साल पुराने एयरक्राफ्ट एक्ट, 1934 का स्थान लेगा और उड्डयन क्षेत्र में कारोबार की सरलता, कामकाज में सुधार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री, किंजरापु राममोहन नायडू ने इसे राज्यसभा में पेश किया और कहा कि यह कानून बनने के बाद विमानन क्षेत्र के प्रमुख निकायों को ज्यादा ताकत मिलेगी।
90 साल पुराना कानून हुआ पुराना, नई राह पर उड़ान
भारतीय वायुयान विधेयक-2024 का उद्देश्य पुरानी और जटिल प्रक्रियाओं को हटाकर विमानन क्षेत्र को आधुनिक बनाना है। यह विधेयक पहले ही लोकसभा से पारित हो चुका था और अब राज्यसभा ने भी इसे अपनी मंजूरी दे दी है। 9 अगस्त को लोकसभा में पास होने के बाद, यह विधेयक आज 5 दिसंबर को राज्यसभा में ध्वनिमत से पारित हुआ।
विधेयक में क्या हैं बदलाव?
विधेयक के तहत, भारतीय विमानन क्षेत्र को और भी अधिक सशक्त बनाने के लिए नए प्रावधान किए गए हैं, जिससे निवेश आकर्षित हो सके और कारोबार की प्रक्रिया सरल हो। यह नया विधेयक विमानन क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम है, खासकर जब भारतीय एयरलाइन उद्योग वैश्विक स्तर पर तेजी से विस्तार कर रहा है।
हिंदी नामकरण पर विपक्ष का विरोध
हालांकि, इस विधेयक के नामकरण पर राज्यसभा में हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया। तृणमूल कांग्रेस की सागरिका घोष ने कहा कि सरकार का यह नाम बदलने का शौक है और यह सिर्फ "नेम चेंजर" बनकर रह गई है, जो भारतीय दंड संहिता (IPC) को "भारतीय न्याय संहिता" और अब एयरक्राफ्ट एक्ट को "भारतीय वायुयान विधेयक" में बदल रही है।
इसके अलावा, द्रमुक की कनीमोरी ने भी विरोध जताया और कहा कि सरकार को उन लोगों पर हिंदी नहीं थोपनी चाहिए जो हिंदी नहीं बोलते हैं। हालांकि, सत्ता पक्ष ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह विधेयक भारतीय संविधान और विविधता के सम्मान में लाया गया है और इसमें सभी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है।
सरकार की नजर उड्डयन क्षेत्र में निवेश बढ़ाने पर
यह विधेयक भारतीय विमानन क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि सरकार का उद्देश्य इस क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित करना और व्यावसायिक प्रक्रियाओं को अधिक आसान बनाना है। आने वाले समय में यह विधेयक भारत को दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज़ बढ़ते विमानन बाजारों में से एक बना सकता है।
कुल मिलाकर, भारतीय वायुयान विधेयक-2024 का पारित होना भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए एक नई दिशा की शुरुआत है, जो आने वाले वर्षों में इसे वैश्विक स्तर पर और अधिक सशक्त और प्रतिस्पर्धी बनाएगा।