बलिया के ऐतिहासिक ददरी मेले की तैयारियाँ इस साल भी पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार गुप्ता के अनुसार, यह मेला 1
बलिया का ऐतिहासिक ददरी मेला: इस साल नई भव्यता के साथ होगा आरंभ
बलिया के ऐतिहासिक ददरी मेले की तैयारियाँ इस साल भी पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार गुप्ता के अनुसार, यह मेला 1 नवंबर से पशु मेले के साथ शुरू होगा और 15 नवंबर से कार्तिक पूर्णिमा पर्व की पावन तिथि पर विधिवत रूप से उद्घाटन किया जाएगा। मेले की भव्यता को और बढ़ाने के लिए इस साल कई नए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें विदेशी नस्ल के कुत्ते और बिल्लियों की प्रदर्शनी एक विशेष आकर्षण होगी। यह पहली बार है जब इन विदेशी प्रजातियों को मेले में शामिल किया जा रहा है, जिससे मेले की रौनक में चार चांद लगने की उम्मीद है। ददरी मेले का आयोजन बलिया नगर पालिका परिषद द्वारा किया जाता है और इस साल प्रशासन ने मेले को और अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं के लिए प्रचारित गिर नस्ल की गायों को भी मेले में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। चेयरमैन ने बताया कि इस वर्ष मेले में गिर गायों का प्रवेश निशुल्क रहेगा, जो पशु प्रेमियों और व्यापारियों के लिए एक विशेष अवसर होगा। गिर गाय, जो अपनी दुग्ध उत्पादन क्षमता के लिए प्रसिद्ध है, मेले का मुख्य आकर्षण होगी।
पशु तस्करी को रोकने के लिए इस बार मेले में देशी गायों, बछड़ों और बैलों पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे तस्करों की गतिविधियों पर नकेल कसी जा सके। प्रशासन पशु सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त निगरानी रखेगा, ताकि मेले में कोई अवांछनीय घटना न हो। हर साल की तरह, इस बार भी मेले में लाखों लोगों के आने की उम्मीद है, जो देशभर से विभिन्न प्रकार के पशु, कृषि उत्पाद और अन्य वस्त्रों की खरीद-बिक्री के लिए यहाँ पहुंचेंगे। ददरी मेला, जो उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक आयोजन है, हर बार की तरह इस बार भी अपनी भव्यता और जीवंतता से लोगों का मन मोहने के लिए तैयार है।