ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तुस्याना गांव में अवैध प्लाटिंग कर रहे 18 कॉलोनाइजरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। प्राधिकरण की शिकायत पर इकोटेक-3 कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई और इन कॉलोनाइजरों को भूमाफिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई। सीईओ एनजी रवि कुमार ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की।
ग्रेटर नोएडा, 25 दिसंबर 2024: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तुस्याना गांव में अवैध प्लाटिंग और निर्माण करने वाले कॉलोनाइजरों पर कड़ी कार्रवाई की है। प्राधिकरण की शिकायत पर इकोटेक-3 कोतवाली में 18 कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कदम प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माण पर रोक लगाने के अभियान का हिस्सा है, जिसमें सीईओ एनजी रवि कुमार ने टीम को 15 दिनों के भीतर इन कॉलोनाइजरों को भूमाफिया घोषित कराने के निर्देश दिए हैं।
अवैध निर्माण पर पहले भी दी थी चेतावनी
प्राधिकरण ने बताया कि तुस्याना गांव के खसरा नंबर 517, 964, 967, 975, 981, 984, 985, 992 और 1007 की जमीनों पर अवैध प्लाटिंग और निर्माण किया जा रहा था। इसको रोकने के लिए प्राधिकरण ने कई बार नोटिस जारी की थी और मौके पर जाकर निर्माण कार्य रुकवाने की कोशिश भी की गई थी। इसके बावजूद, कॉलोनाइजर चोरी-छिपे निर्माण कार्य को जारी रखने का प्रयास कर रहे थे।
18 कॉलोनाइजरों पर सख्त कार्रवाई
प्राधिकरण के परियोजना विभाग की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में सत्यवीर, सहादत अली, धनी उर्फ धनीराम, गोविंद शर्मा, सुनील बंसल, हरिश्चंद्र अरोड़ा, सहादत खान, मोनू खान, निजाकत अली, मोहब्बत, दयाराम शर्मा, कृष्ण शर्मा, शिवराम शर्मा, अमित कुमार, अंकित, राजू, धूम सिंह (फरमान सैफी) और नावेद आलम के नाम शामिल हैं। इनके खिलाफ धारा 329 (3) और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्राधिकरण की योजनाओं पर पड़ता असर
प्राधिकरण के अनुसार, जिन जमीनों पर यह अवैध प्लाटिंग हो रही थी, वे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मास्टर प्लान में प्रस्तावित योजनाओं के लिए निर्धारित हैं। इन अवैध निर्माणों से उन योजनाओं पर नकारात्मक असर पड़ सकता था। प्राधिकरण का कहना है कि इन कॉलोनाइजरों ने जमीन को फ्री होल्ड बताकर भोले-भाले नागरिकों से उनकी गाढ़ी कमाई लगवाई थी।
नागरिकों के लिए चेतावनी
प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बिना अनुमति किसी को भी निर्माण की इजाजत नहीं है। ऐसे अवैध कार्यों में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। वहीं, सीईओ एनजी रवि कुमार ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन कॉलोनाइजरों के झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई को जोखिम में न डालें। किसी भी संपत्ति में निवेश करने से पहले उसकी वैधता और प्राधिकरण से जुड़ी जानकारी की पुष्टि अवश्य करें।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अवैध निर्माण और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।