नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद यातायात में भारी बाधा आई। इस दौरान नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर करीब 45 मिनट तक ट्रैफिक बंद रहा। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की योजना के तहत किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखेंगे।
नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण सोमवार और मंगलवार को यातायात पर खासा असर पड़ा। सोमवार को दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों ने दिल्ली-नोएडा सीमाओं पर बैरिकेडिंग के कारण यातायात की रफ्तार धीमी कर दी थी। मंगलवार को दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद करीब 45 मिनट तक यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। इससे लंबा जाम लगने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस कार्रवाई के बाद यातायात सामान्य हुआ
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल के पास ट्रैफिक को रोका, जिसके कारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर करीब 40-45 मिनट तक यातायात प्रभावित रहा। हालांकि, पुलिस कार्रवाई के बाद यातायात फिर से सामान्य हो गया। किसान अपनी मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और इसी दौरान यातायात अवरुद्ध होने के कारण हरिद्वार रूट पर यात्रियों को असुविधा हुई।
किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की योजना बना रहे हैं
संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की घोषणा की है। किसान अपनी पुरानी मांगों के समाधान के लिए दबाव बना रहे हैं। किसानों की गिरफ्तारी के बाद भी उनकी भावना में कोई कमी नहीं आई है और उनका आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले किसानों ने 25 नवंबर से 28 नवंबर तक प्राधिकरण कार्यालयों पर महापड़ाव कर विरोध जताया था। सोमवार को किसानों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई थी, जब उन्हें दिल्ली जाने से रोका गया।
किसान नेताओं का कहना है कि संघर्ष जारी रहेगा
भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर पूरा सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान एकजुट हैं और यदि किसी संगठन ने समर्थन मांगा तो वह उनका पूरा साथ देंगे।
किसानों का आंदोलन फिलहाल जारी है, और 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के साथ एक नई चुनौती पुलिस के सामने आ सकती है।