27 सितंबर, 2025- ग्रेटर नोएडा के तिलपता क्षेत्र में प्रवासी मजदूर परिवारों के बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा पुष्टाहार श्रीमती लीना जौहरी ने बताया कि अधिकांश बच्चे आंगनवाड़ी केंद्रों से वंचित रह जाते थे और स्कूल प्रवेश पर पीछे रह जाते थे।
इस चुनौती को गंभीरता से देखते हुए 42 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती जयलता ने घर-घर जाकर माता-पिता को बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा की महत्ता समझाई। उन्होंने केंद्र पर बच्चों को आकर्षित करने के लिए खेल-खेल में सीखने, कहानी सुनाने और गीत-संगीत जैसी गतिविधियाँ शुरू की। स्थानीय और कम लागत वाले साधनों से शैक्षिक खेल तैयार किए गए, जिससे बच्चों की नियमित उपस्थिति और जुड़ाव में वृद्धि हुई।
परिणामस्वरूप हर वर्ष लगभग 20-25 प्रवासी परिवारों के बच्चे आंगनवाड़ी केंद्र से जुड़े और अब पास के स्कूलों में दाखिल होकर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। माता-पिता भी बच्चों के पोषण, टीकाकरण और शिक्षा के प्रति सजग हो गए हैं। यह केंद्र आज केवल शिक्षा का स्थल नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए विश्वास और प्रगति का प्रतीक बन चुका है।जयलता की यह पहल यह साबित करती है कि नीयत साफ और प्रयास निरंतर हों, तो समाज के सबसे वंचित वर्गों तक भी सकारात्मक परिवर्तन पहुँचाया जा सकता है।
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