
महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में 22 से 26 सितंबर 2025 के बीच प्रदेश के सभी जनपदों में लैंगिक समानता पर जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत शहरों की गलियों, मोहल्लों, ग्राम पंचायतों, स्कूलों और कॉलेजों में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया। यह पहल मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से की गई।
नाटकों में लैंगिक असमानता के वास्तविक पहलुओं को उजागर किया गया, जैसे शिक्षा, रोजगार, सामाजिक मान्यता और कार्यस्थलों में असमानता। साथ ही यह संदेश भी दिया गया कि केवल कानून ही नहीं, बल्कि समाज की सोच में बदलाव ही लैंगिक समानता की कुंजी है। परिवारों और समुदाय में समान अवसर, सम्मानजनक कार्यस्थल और शिक्षा में समानता सुनिश्चित करना आवश्यक बताया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा पुष्टाहार श्रीमती लीना जौहरी ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 केवल योजनाओं का समूह नहीं, बल्कि समाज में सतत बदलाव की क्रांति है। प्रदेशभर में 22 से 26 सितंबर के बीच हुए आयोजनों में कुल 4,01,702 लोगों को जागरूक किया गया, जिसमें पुरुष, महिलाएँ, बालक और बालिकाएँ सभी शामिल हैं।प्रदेश के हजारों स्थानों पर नाटकों के माध्यम से लोगों ने लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण की अहमियत को समझा और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प लिया।
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