शनिवार रात को वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक अनहोनी घटना ने सभी को चौंका दिया। इंडिगो एयरलाइन्स की बेंगलुरु जा रही फ्लाइट में सवार एक विदेशी नागरिक ने बम होने का दावा किया, जिससे तुरंत हड़कंप मच गया। चालक दल ने बिना देर किए विमान को 'आइसोलेशन वे' पर खड़ा कर दिया और हवाई यातायात नियंत्रक (ATC) को सूचना दी, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। सुरक्षा अधिकारियों की तत्परता से यह सुनिश्चित किया गया कि यात्रियों की सुरक्षा को कोई खतरा न हो।
विमान की गहन तलाशी की गई, जिसमें पूरी तरह से विमान की जाँच की गई, लेकिन जांच के दौरान कुछ भी संदिग्ध सामग्री नहीं पाई गई। इसके बाद, जब सुरक्षा अधिकारी पूरी तरह से संतुष्ट हो गए कि विमान में कोई खतरा नहीं है, तब विमान को रविवार सुबह बेंगलुरु के लिए उड़ान भरने की अनुमति दी गई।
इस बीच, पुलिस ने बम की झूठी धमकी देने वाले कनाडाई नागरिक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि उस व्यक्ति ने ऐसा झूठा दावा क्यों किया। क्या उसका उद्देश्य यात्रियों को भयभीत करना था या इसके पीछे कोई अन्य कारण था, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां भी मामले की गहन जांच कर रही हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि हवाई सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर कदम बेहद महत्वपूर्ण होता है। हालांकि स्थिति को सही समय पर संभाल लिया गया और कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि ऐसे गंभीर मामलों में सुरक्षा अधिकारियों की तत्परता और प्रभावी कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण होती है।
COMMENTS