वाराणसी के भदैनी इलाके में हुई सामूहिक हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाने के बाद बताया कि हत्या के पीछे केवल पारिवारिक विवाद ही नहीं, बल्कि संपत्ति विवाद भी एक प्रमुख कारण हो सकता है। प्रारंभ में यह माना जा रहा था कि परिवार के मुखिया, राजेंद्र गुप्ता ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी, लेकिन अब जांच में यह सामने आया है कि यह एक सुनियोजित हत्या थी, जिसे किसी प्रोफेशनल शूटर से कराया गया। हत्याकांड में पांच लोग शामिल, पुलिस की 10 टीमें जुटी जांच मेंवाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके में मंगलवार को एक घर से चार शव बरामद हुए थे—राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू (42), बेटे नवनेंद्र (25), सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16)। सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी। कुछ घंटे बाद राजेंद्र गुप्ता का शव भी एक निर्माणाधीन मकान से मिला, जिसकी गर्दन में गोली लगी थी। शुरुआत में माना जा रहा था कि राजेंद्र ने अपने परिवार के चार सदस्यों को मारकर आत्महत्या कर ली, लेकिन पुलिस ने अब इस मामले को हत्या के रूप में देखने की दिशा में कदम बढ़ाया है। संपत्ति विवाद और पुराना अपराध रिकॉर्डपुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि राजेंद्र गुप्ता का पुराना अपराध रिकॉर्ड भी इस हत्याकांड से जुड़ा हुआ है। 1997 में उसने अपने पिता और गार्ड की हत्या की थी और जेल भी गया था। राजेंद्र पर अब यह आरोप लग रहा है कि उसने अपने दो भतीजों से मिलकर यह हत्या करवाई, जिसमें संपत्ति विवाद और व्यक्तिगत रंजिश का बड़ा हाथ था। पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र के दो भतीजों की तलाश शुरू कर दी है। तंत्र-मंत्र और पारिवारिक विवादराजेंद्र गुप्ता के परिवार में लंबे समय से विवाद चल रहा था, खासकर उसकी पत्नी नीतू के साथ। वह किसी तांत्रिक के संपर्क में था, जिसने उसे बताया था कि उसकी प्रगति में पत्नी और बच्चों की मौजूदगी एक रुकावट है। इसके बाद, राजेंद्र ने पत्नी को अपने काम में बाधा मानते हुए अक्सर उसके खिलाफ झगड़ा किया। इसके साथ ही, वह संपत्ति को लेकर भी परिवार के अन्य सदस्यों से असंतुष्ट था। पुलिस के लिए चुनौती: हत्या या आत्महत्या?मामले में एक बड़ा मोड़ तब आया, जब पुलिस ने राजेंद्र गुप्ता की मोबाइल लोकेशन से उसका पता किया और उसकी लाश रोहनिया थाना क्षेत्र के एक निर्माणाधीन मकान से बरामद की। शव की जांच में पाया गया कि उसकी कनपटी पर गोली का निशान था। इसके बाद पुलिस को हत्या और आत्महत्या के बीच कन्फ्यूजन हो गया। फोरेंसिक जांच और अन्य पहलुओं की जांच अभी जारी है। पांच हत्याएं, पांच गोलियांपुलिस का कहना है कि मृतकों को दो से तीन गोलियां मारी गई थीं। सभी हत्याएं एक ही रात में की गईं, जब परिवार के सदस्य सो रहे थे। इस घटना के बाद राजेंद्र गुप्ता फरार हो गया था, लेकिन कुछ घंटों बाद उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने इस मामले में पूरी तरह से जांच तेज कर दी है और 10 टीमों को लगाया गया है। मृतक की मां ने पोतों पर शक जतायाराजेंद्र गुप्ता की मां ने भी आशंका जताई कि इस हत्याकांड के पीछे उसके पोतों का हाथ हो सकता है। पुलिस को अब उन दो भतीजों की तलाश है, जिनकी संलिप्तता इस वारदात में हो सकती है। हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिसवाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और डीसीपी गौरव बांसवाल ने बताया कि मामले की जांच में 10 टीमें लगी हुई हैं और जल्द ही हत्या के असल कारणों का खुलासा किया जाएगा। यह दिल दहलाने वाली घटना वाराणसी के एक सामान्य परिवार के भीतर हुई, और अब यह पता चला है कि इस हत्याकांड के पीछे एक जटिल वेब है, जिसमें संपत्ति, पारिवारिक विवाद, और तंत्र-मंत्र का असर था। पुलिस अब मामले की सभी पहलुओं से जांच कर रही है, ताकि हत्या के असली कारणों का पता चल सके। |